प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने IIT पटना के फेज-2 के अत्याधुनिक सुविधाओं वाले एकेडेमीक एवं रेसीडेन्शीयल बिल्डिंग का किया लोकार्पण
देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छात्रों की प्रवेश क्षमता में वृद्धि को देखते हुए एवं विज्ञान और प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र को समृद्ध करने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मंगलवार को आईआईटी पटना की 24 विभिन्न अत्याधुनिक शैक्षणिक और आवासीय सुविधाओं चरण- II को राष्ट्र को समर्पित किया है। चरण-II में कुल 1,08,000 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में निर्माण हुआ है
PATNA: देश के यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने छात्रों की प्रवेश क्षमता में वृद्धि को देखते हुए एवं विज्ञान और प्रौद्योगिकी पारिस्थितिकी तंत्र को समृद्ध करने के लिए वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से मंगलवार को आईआईटी पटना की 24 विभिन्न अत्याधुनिक शैक्षणिक और आवासीय सुविधाओं चरण- II को राष्ट्र को समर्पित किया है। चरण-II में कुल 1,08,000 वर्ग मीटर क्षेत्रफल में निर्माण हुआ है जिसमें 45810 वर्ग मीटर का शैक्षणिक परिसर और 61,951 वर्ग मीटर का आवासीय परिसर शामिल है, जिसकी कुल परियोजना लागत 466 करोड़ रुपये है।
उपरोक्त सभी सुविधाओं और संबंधित बुनियादी ढांचे की योजना और निर्माण स्थानीय उपोष्णकटिबंधीय आर्द्र जलवायु परिस्थितियों के अनुसार स्थायित्व, सेवा क्षमता और स्थिरता पर विशेष ध्यान देने के साथ संस्थान और हितधारकों की विविध आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए किया गया है। नेचुरल कम्फर्ट के लिए और ऊर्जा उपयोग को कम करने के लिए ऊर्जा कुशल एयर कंडीशनिंग सिस्टम, एलईडी लाइट्स, विंडो ग्लेज़िंग सिस्टम, पानी के पुन: उपयोग के लिए अपशिष्ट जल उपचार, छत के ऊपर इन्सुलेशन और वॉटर प्रूफिंग, गीले और सूखे ठोस कचरे के लिए अलग-अलग कचरा निपटान का सावधानीपूर्वक उपयोग किया गया है।
इस अवसर पर पाटलिपुत्र के सांसद श्री राम कृपाल यादव, आईआईटी पटना में 24 अत्याधुनिक सुविधाओं के उद्घाटन पर आयोजित एक हाइब्रिड कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित हुए। इसके अलावा, डॉ. आनंद देशपांडे, बोर्ड ऑफ गवर्नर्स, चेयरमैन, आईआईटी पटना वर्चुअली शामिल हुए। आईआईटी पटना में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्थानीय सांसद श्री रामकृपाल यादव ने इस बात पर जोर दिया कि माननीय प्रधानमंत्री के नेतृत्व में आज हमारा देश नई ऊर्जा के साथ चहुंमुखी प्रगति कर रहा है।
आईआईटी पटना के निदेशक प्रोफेसर टी.एन. सिंह ने भारत के माननीय प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया है और इस दिन को बिहार राज्य में एक तकनीकी और अनुसंधान केंद्र के निर्माण की दिशा में आईआईटी पटना की यात्रा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर माना है। अपने बात को आगे बढ़ते हुए उन्होंने कहा कि आज बहुत खुशी, उत्साह और आत्मसंतुष्टि का दिन है क्योंकि आईआईटी पटना में एक साथ इतने इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार हुए हैं जो हमारी बहुआयामी जरूरतों को पूरा करेगा। यहां यह उल्लेख करना उचित होगा कि आईआईटी पटना एक राष्ट्रीय महत्व का संस्थान है और इसकी स्थापना 2008 में हुई थी।
आज आईआईटी पटना की निम्नलिखित सुविधाओं का अनावरण किया गया
केंद्रीय पुस्तकालय इस महत्वपूर्ण अवसर का केंद्रबिंदु एक सुंदर आकर्षक छह मंजिला आधुनिक और स्मार्ट केंद्रीय पुस्तकालय भवन है जिसका प्लिन्थ एरिया 10,474 वर्ग मीटर है। इसका निर्माण सभी प्रकार के सॉफ्ट, हार्ड और ऑनलाइन शिक्षण संसाधनों के साथ-साथ सीखने के माहौल के साथ बैठने की जगह के लिए सभी आधुनिक विशिष्टताओं के साथ किया गया है।
सभागार: छात्रों के समग्र विकास के लिए विभिन्न तकनीकी, शैक्षिक, सांस्कृतिक और मनोरंजक कार्यक्रमों की मेजबानी के लिए एक शानदार ऑडिटोरियम राष्ट्र के लिए अनावरण की गई । इसमें 1000 से अधिक बैठने की क्षमता जो 4948 वर्ग मीटर में सभी अत्याधुनिक तकनीकी व्यवस्थाओं से लैस है।
केंद्रीय व्याख्यान कक्ष और शैक्षणिक भवन : 23,299 वर्ग मीटर के कुल क्षेत्रफल के साथ दो अलग-अलग शैक्षणिक भवनों वाला एक एकीकृत और स्मार्ट केंद्रीय व्याख्यान कक्ष अनुसंधान सुविधाओं के विस्तार, परिष्कृत उपकरणों को चालू करने, ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड के माध्यम से दुनिया भर से महत्वपूर्ण व्याख्यान और ट्यूटोरियल की व्यवस्था करने के लिए समर्पित किया गया है।
छात्र गतिविधि केंद्र: छात्रों के नवाचारों और विभिन्न गैर पाठ्यक्रम गतिविधियों जैसे कला और संस्कृति, अन्वेषा, तकनीकी उत्सव आदि के लिए उपयोग करने के लिए 3339 वर्ग मीटर का एक छात्र गतिविधि केंद्र का भी अनावरण किया गया।
छात्रावास : आधुनिक, ऊर्जा कुशल, आरामदायक, सिंगल बेड रूम के साथ 35,118 वर्ग मीटर क्षेत्र के विभिन्न छात्रावास, जिसमे 940 छात्रों के लिए लड़कों का छात्रावास, 228 छात्राओं के लिए दो बिस्तरों वाला गर्ल्स हॉस्टल और 36 मैरीड स्कॉलर्स के लिए एक विवाहित आवास, छात्रों की बढ़ी हुई संख्या के लिए आवास प्रदान करने के लिए समर्पित किया गया है।
क्वार्टर्स : 21585 वर्ग मीटर के कुल क्षेत्रफल के ए टाइप, बी टाइप, सी टाइप और डी टाइप क्वार्टर भी आईआईटी पटना के 167 कर्मचारियों और संकाय के परिवारों के आवास के लिए समर्पित किए गए हैं।
500 एकड़ भूमि वाला आईआईटी पटना 25 जुलाई, 2015 को भारत के प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा उद्घाटन के बाद बिहटा पटना में अपने स्थायी परिसर में स्थानांतरित होने वाला दूसरी पीढ़ी का पहला आईआईटी था।
इस अवसर पर एकेडमिक डीन प्रोफेसर ए के ठाकुर, आई.डब्ल्यू. डी हेड डॉ. अरविंद झा और बड़ी सांख्य में फैकल्टी, स्टाफ एवं छात्र उपस्थित थे।
आईआईटी पटना नई सुविधाओं के साथ अकादमिक और अनुसंधान उत्कृष्टता हासिल करने के लिए प्रतिबद्ध है और उन सभी को धन्यवाद व्यक्त करता है जिन्होंने इन उल्लेखनीय सुविधाओं को साकार करने में योगदान दिया है।
दानापुर से रजत राज की रिपोर्ट