मुख्यमंत्री ने मुंगेर को दी 13 हजार करोड़ की 15 विकास योजनाओं की सौगात, मदर डेयरी का भी किया शिलान्यास

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2005 से पहले की सरकार ने बिहार के विकास के लिए कोई काम नहीं किया। राज्य का काफी बुरा हाल था। 24 नवंबर 2005 को बिहार में एनडीए की सरकार बनी, तब से निरतर हमलोग लोगों के उत्थान तथा बिहार को आगे बढ़ाने में लग हुए हैं। बिहार में कानून का राज कायम है। हमलोग प्रारंभ से ही लोगों के हित में काम कर रहे हैं। सभी क्षेत्रों में विकास का काम तेजी से चल रहा है। हमलोगों शुरू से ही शिक्षा और स्वास्थ में सुधार के विशेष ध्यान दिया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 में सात निश्चय के तहत हर घर तक बिजली, हर घर नल का जल, हर घर शौचालय का निर्माण कराया गया। टोलों को पक्की सड़कों से जोड़ने का काम भी पूरा हो गया है।

मुख्यमंत्री ने मुंगेर को दी 13 हजार करोड़ की 15 विकास योजनाओं की सौगात, मदर डेयरी का भी किया शिलान्यास
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PATNA : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शविवार को मुंगेर जिले के जमालपुर स्थित जेएसए ग्राउंड से करीब 13 हजार करोड़ रुपये लागत की 15 विकासात्मक योजनाओं का रिमोट के माध्यम से शिलापट्ट अनावरण कर उद्घाटन एवं शिलान्यास किया। 

इनमें प्रगति यात्रा-2025 के दौरान घोषित योजनाओं एवं अन्य महत्वपूर्ण योजनाओं के अंतर्गत 4849.83 करोड़ रुपये की लागत से सुलतानगंज-भागलपुर-सबौर तक (कुल लंबाई 41.33 किलोमीटर) गंगा पथ परियोजना एचएएम मॉडल पर निर्माण कार्य, 5119.80 करोड़ रुपये की लागत से मुंगेर (सफियाबाद) बरियारपुर-घोरघट-सुल्तानगंज (कुल लंबाई 42 किलोमीटर) गंगा पथ परियोजना एचएएम मॉडल पर निर्माण कार्य, 21.10 करोड़ रुपये की लागत से ऋषिकुंड पर्यटन स्थल का समग्र विकास, 3.76 करोड़ रुपये की लागत से कष्टहरणी घाट का सौंदर्गीकरण, 48.80 करोड़ रुपये की लागत से वासुदेवपुर चौराहा से आईटीसी पार्क चंडी स्थान होते हुए नया गांव तक पथ तथा किला क्षेत्र अंतर्गत पथों का चौड़ीकरण एवं मजबूतीकरण कार्य, 3.18 करोड़ रुपये की लागत से नगर निगम कार्यालय से शास्त्री चौक (भाया जुबलीवेल, काली तजिया, जेपी चौक) तक सड़क मार्ग शामिल है। 

इसके अलावा 5.47 करोड़ रुपये की लागत से कोर्णाक चौक से अंबे चौक, शाहजुबैर रोड, पूरबसराय तीनबटिया, मुंगेर रेलवे स्टेशन होते हुए शास्त्री चौक तक पथ निर्माण, 121.98 करोड़ रुपये की लागत से बिहार योग विश्वविद्यालय से एनएच-333 बी तक फोरलेन रिंग रोड एवं पहुंच पथ का निर्माण, 1866.11 करोड़ रुपये की लागत से बाढ़ अवधि में गंगा नदी के अधिशेष जल को बदुआ तथा खड़गपुर जलाशय में अंतरण कार्य, 42.27 करोड़ रुपये की लागत से बदुआ जलाशय के बायां मुख्य नहर के खैराती खां वितरणी के अधीन चौरा उप वितरणी, कमरगामा डांड, फसुना डांड एवं गाजीपुर डांड का पुनर्स्थापना एवं लाइनिंग कार्य, 30.74 करोड़ रुपये की लागत से असरगंज प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय-सह-आवासीय परिसर का निर्माण, 30.74 करोड़ रुपये की लागत से जमालपुर प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय-सह-आवासीय परिसर का निर्माण, 14. 52 करोड़ रुपये की लागत से असरगंज में नए महाविद्यालय (डिग्री कॉलेज) की स्थापना, 534. 53 करोड़ रुपये की लागत से सुलतानगंज-तारापुर-संग्रामपुर, बेलहर कटोरिया-चंदन-दर्दमारा बॉर्डर 0.00 से 40.00 किलोमीटर (एस०एच०-22) पथ का चौड़ीकरण (4 लेन) एवं मजबूतीकरण कार्य सहित अन्य योजनाएं शामिल है।

कार्यक्रम स्थल पर विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए स्टॉल का मुख्यमंत्री ने निरीक्षण किया। कार्यक्रम स्थल पर बड़ी संख्या में उपस्थित जीविका दीदियों, पेंशनधारियों एवं अन्य लाभुकों ने मानदेय एवं पेंशन में बढ़ोतरी किए जाने पर मुख्यमंत्री का आभार प्रकट किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय, भारत सरकार के अंतर्गत जमालपुर औद्योगिक क्षेत्र में स्थापित होने वाले 250 करोड़ रुपये की लागत से मदर डेयरी के मुंगेर डेयरी संयंत्र का रिमोट के माध्यम से शिलापट्ट अनावरण कर शिलान्यास किया।

कार्यक्रम से पूर्व जमालपुर औद्योगिक क्षेत्र में मदर डेयरी के मुंगेर डेयरी संयंत्र के भूमि पूजन में मुख्यमंत्री शामिल हुए। इस दौरान मुख्यमंत्री ने स्कूली बच्चों के बीच मिल्क पैकेट वितरित कर गिफ्ट मिल्क कार्यक्रम का भी शुभारंभ किया। इस अवसर पर आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बड़ी संख्या में आप सभी यहां उपस्थित हुए हैं। मैं आप सबका स्वागत एवं अभिनंदन करता हूं। उन्होंने कहा कि बड़ी खुशी की बात है कि यहां नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड की सहायक कंपनी मदर डेयरी द्वारा मुंगेर जिले के जमालपुर में दुग्ध प्रसंस्करण संयंत्र की स्थापना की जा रही है, जिसका आज शिलान्यास किया गया है।

आज गिफ्ट मिल्क कार्यक्रम का भी शुभारंभ किया गया है। यहां दुग्ध प्रसंस्करण संयंत्र स्थापित होने से बिहार के 6 जिलों मुंगेर, भागलपुर, बांका, लखीसराय, खगड़िया और जमुई के किसानों एवं पशुपालकों को काफी फायदा होगा। इसके लिए मैं केंद्रीय पंचायती राज व मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री श्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह एवं उनके मंत्रालय के सभी लोगों को धन्यवाद देता हूं। बिहार में बड़े पैमाने पर पशुपालन, दुग्ध तथा मछली के उत्पादन पर जोर दिया जा रहा है, जिसका परिणाम है कि दुग्ध और मछली के उत्पादन में काफी बढ़ोतरी हुई है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2005 से पहले की सरकार ने बिहार के विकास के लिए कोई काम नहीं किया। राज्य का काफी बुरा हाल था। 24 नवंबर 2005 को बिहार में एनडीए की सरकार बनी, तब से निरतर हमलोग लोगों के उत्थान तथा बिहार को आगे बढ़ाने में लग हुए हैं। बिहार में कानून का राज कायम है। हमलोग प्रारंभ से ही लोगों के हित में काम कर रहे हैं। सभी क्षेत्रों में विकास का काम तेजी से चल रहा है। हमलोगों शुरू से ही शिक्षा और स्वास्थ में सुधार के विशेष ध्यान दिया। उन्होंने कहा कि वर्ष 2015 में सात निश्चय के तहत हर घर तक बिजली, हर घर नल का जल, हर घर शौचालय का निर्माण कराया गया। टोलों को पक्की सड़कों से जोड़ने का काम भी पूरा हो गया है।

बिहार में शुरू से ही युवाओं को सरकारी नौकरी एवं रोजगार उपलब्ध कराना हमलोगों की प्राथमिकता रही है। इसके बाद हमलोगों ने वर्ष 2020 में सात निश्चय-2 के तहत 10 लाख युवाओं को नौकरी एवं 10 लाख लोगों को रोजगार देने का निर्णय लिया। इसको लेकर सरकार लगातार काम कर रही है और अब तक 10 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी और 40 लाख लोगों को रोजगार मुहैया कराया जा चुका है। 

इस प्रकार कुल 50 लाख युवाओं को सरकारी नौकरी एवं रोजगार दिया जा चुका है। हमलोगों ने अब तय किया है कि अगले 5 वर्षों में 1 करोड़ युवाओं को नौकरी एवं रोजगार दिया जायेगा। बिहार का बजट लगातार बढ़ रहा है। वर्ष 2005-06 में जब हमलोगों की सरकार बनी तो उस समय बिहार का बजट मात्र 28 हजार करोड़ रुपये ही था जिसे अगले वित्तीय वर्ष 2006-07 में बढ़ाकर 34 हजार करोड़ रुपये किया गया और यह बढ़ते-बढ़ते अब 3 लाख 16 हजार करोड़ रुपये से अधिक हो गया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि हाल में हमने कुछ नये कदम उठाये हैं जिससे सभी लोगों को काफी फायदा मिलेगा। गांवों में शादी समारोह आयोजित करने के लिए राज्य सरकार प्रदेश के प्रत्येक पंचायत में विवाह भवन का निर्माण करायेगी। इन पर 4 हजार 26 करोड़ रुपये की राशि खर्च की जायेगी। जीविका दीदियों को बैंकों से मिलने वाली ऋण के ब्याज को 10 प्रतिशत से घटाकर 7 प्रतिशत कर दिया गया है जबकि जीविका के सभी कर्मियों को मिलने वाली राशि को बढ़ाकर दोगुना कर दिया गया है। दीदी की रसोई में भोजन की कीमत को 40 रुपये से घटाकर 20 रुपये कर दिया गया है।

हमलोगों ने पंचायत के सभी प्रतिनिधियों, आशा कर्मी, रसोईया, आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिका, कृषि सलाहकार आदि के मानदेय में भी बढ़ोतरी की है। सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना के तहत सभी वृद्धजनों, दिव्यांगजनों और विधवा महिलाओं को मिलने वाली पेंशन की राशि को 400 रुपये से बढ़ाकर 1100 रुपये कर दी गई है। इससे बड़ी संख्या में लोगों को फायदा हो रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2018 में हर इच्छुक परिवारों के घर बिजली पहुंचा दी गयी। सरकार द्वारा शुरू से ही अनुदानित दर पर बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है। हमलोग अब सभी घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट मुफ्त बिजली उपलब्ध करा रहे हैं। सरकार की तरफ से सभी इच्छुक लोगों के घरों की छतों पर सोलर पैनल लगाने का निर्णय लिया गया है। हम आप सभी से कहेंगे कि आप अपने घरों के छत पर सौर ऊर्जा लगाएं, इससे काफी फायदा होगा। राज्य सरकार इस काम में आपकी मदद करेगी।

हाल ही में महिलाओं के रोजगार के लिए एक नई योजना मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना की स्वीकृति दी गयी है जिससे जीविका दीदियों सहित सभी महिलाओं को फायदा होगा। इसके तहत अब हर घर की एक महिला को रोजगार शुरू करने के लिए 10 हजार रुपये की राशि दी जा रही है। अब तक 1 करोड़ महिलाओं को यह राशि दी जा चुकी है। शेष महिलाओं के बैंक खाते में शीघ्र ही यह राशि वितरित की जाएगी। इसके लिए तिथि निर्धारित की जा चुकी है। जिनका रोजगार अच्छा चलेगा उन्हें 2 लाख रुपये तक की अतिरिक्त सहायता भी दी जायेगी। 

मुख्यमत्री ने कहा कि बिहार के विकास में कन्द्र सरकार का भरपूर सहयोग मिल रहा है। वर्ष 2024 के केंद्रीय बजट में बिहार को विशेष आर्थिक सहायता के रूप में सड़क, उद्योग, स्वास्थ्य, पर्यटन, बाढ़ नियंत्रण के लिए बड़ी राशि देने की घोषणा की गई। वर्ष 2025 के केंद्रीय बजट में भी बिहार में मखाना बोर्ड की स्थापना, ग्रीन फील्ड एयरपोर्ट की स्थापना, पश्चिमी कोसी नहर के लिए वित्तीय सहायता, राष्ट्रीय स्तर के खाद्य प्रसंस्करण संस्थान की स्थापना एवं पटना आई०आई०टी० के विस्तार की घोषणा की गयी। केन्द्र सरकार द्वारा वर्ष 2018 से देश के कुछ राज्यों में खेलो इंडिया यूथ गेम्स का आयोजन किया जा रहा है।

इस वर्ष खेलो इंडिया यूथ गेम्स 2025 के आयोजन का जिम्मा बिहार को मिला, जो बिहारवासियों के लिए गौरव की बात है। आदरणीय प्रधानमंत्री जी का कई बार बिहार आगमन हुआ है तथा उन्होंने विकास के कई कार्यों का उद्घाटन, शिलान्यास किया है। इन सबके लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आभार व्यक्त करता हूं और उनको धन्यवाद देता हूं। आज भी उनकी मीटिंग थी। 24 नवंबर 2005 से हमलोग बिहार को आगे बढ़ा रहे हैं। पार्टी के कुछ लोगों की गड़बड़ी के कारण हम दो बार इधर से उधर चले गए लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। हमलोग एक साथ मिलजुल कर बिहार को आगे बढ़ाते रहेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 से पहले मुंगेर जिले में बड़े पैमाने पर अपराध की घटनाएं हुआ करती थी। सामाजिक विवाद काफी होता था। हमलोगों ने यहां विकास के अनेक काम कराए हैं। अब यहां शांति और स‌द्भाव का माहौल कायम है। यहां इंजीनियरिंग कॉलेज, पॉलिटेक्निक संस्थान, महिला आईटीआई, सभी अनुमंडलों में आईटीआई, जीएनएम संस्थान एवं पारा मेडिकल संस्थान की स्थापना की गई है। मुंगेर विश्वविद्यालय तथा मुंगेर वाणिकी विश्वविद्यालय की भी स्थापना कराई जा चुकी है। जननायक कर्पूरी ठाकुर छात्रावास, आवासीय विद्यालयों, बड़ी संख्या पथों एवं पुलों का निर्माण भी कराया गया है। यहां

रेल सह सड़क पुल का निर्माण कराया गया है। जिसका नामकरण श्री कृष्ण सेतु किया गया है। उन्होंने कहा कि घोरघट पुल नहीं बनने के कारण मुंगेर से भागलपुर जाने में काफी परेशानी होती थी। हमलोगों ने घोरघट पुल का निर्माण कराया। इससे लोगों को आवागमन में काफी सहूलियत मिल रही है। मुंगेर जिले में 79 पंचायत सरकार भवन का निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है। शेष सभी पंचायत सरकार भवनों का निर्माण इसी साल पूरा हो जाएगा।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 5 फरवरी 2025 को प्रगति यात्रा के दौरान हम यहां विकास कार्यों की स्थिति को देखने आए थे। उस समय यहां कुछ कमियों के बारे में जानकारी मिली थी जिसको ध्यान में रखते हुए 10 योजनाओं को स्वीकृति दी गई है। जिसपर काम चल रहा है। इनमें ऋषिकुंड पर्यटन स्थल का समग्र विकास, कष्टहरणी घाट का सौंदर्गीकरण, बाढ़ अवधि में गंगा नदी के अधिशेष जल को बदुआ तथा खड़गपुर जलाशय में अंतरण कार्य, असरगंज प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय-सह-आवासीय परिसर का निर्माण, जमालपुर प्रखंड-सह-अंचल कार्यालय-सह-आवासीय परिसर का निर्माण, असरगंज में नए महाविद्यालय (डिग्री कॉलेज) आदि की स्थापना कराई जाएगी।

जमालपुर विधानसभा में विकास के अनेक काम कराए गए हैं। यहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, कई पथों पुलों एवं सड़कों का चौड़ीकरण कराया गया है। यहां 392 ग्रामीण सड़कों, 17 पुलों, 1 ग्रिड उपकेन्द्र, 2 विद्युत उपकेंद्र, 10 कृ षि फीडर का निर्माण कराया जा चुका है। खड़गपुर झील का जीर्णोद्धार एवं पर्यटकीय सुविधाओं का विकास कराया गया है। पहले बिहार में डर एवं भय का माहौल था। अब यहां कानून का राज कायम है। हमलोगों ने सभी क्षेत्रों में विकास से अनेक काम कराए हैं। जो भी कमियां होंगी उसे दूर किया जाएगा। देश की प्रगति में बिहार अपना महत्वपूर्ण योगदान देगा। बिहार तेजी से आगे बढ़ रहा है। केंद्र से मिल रही मदद और आप सबके सहयोग से बिहार और आगे बढ़ेगा। आप सभी से हम कहेंगे कि आप लोग एन०डी०ए० का सहयोग करिए। आपके उत्थान के लिए हमलोग काम करते रहेंगे।

कार्यक्रम को केंद्रीय पंचायती राज व मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी एवं एनडीडीबी एवं मदर डेयरी फ्रूट एंड वेजिटेबल प्राइवेट लिमिटेड के अध्यक्ष मीनेश शाह ने भी संबोधित किया। कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री पंचायती राज व मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह, मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी पंचायती राज राज्यमंत्री एसपी सिंह बघेल, केंद्रीय मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी तथा अल्पसंख्यक राज्य मंत्री जॉर्ज कुरियन, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, विधायक राजीव कुमार सिंह, विधायक प्रणव कुमार, विधान पार्षद लाल मोहन गुप्ता, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की अपर मुख्य सचिव डॉ. एन. विजयालक्ष्मी, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय, भारत सरकार की अपर सचिव वर्षा जोशी, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, पथ निर्माण विभाग के सचिव संदीप कुमार आर. पुदकलकुट्टी, मुख्यमंत्री के सचिव डॉ. चन्द्रशेखर सिंह, बिहार राज्य पथ विकास निगम के चेयरमैन शीर्षत कपिल अशोक सहित अन्य जनप्रतिनिधि, वरीय अधिकारी, लाभार्थी, गणमान्य व्यक्ति एवं बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।