संजीव मुखिया गैंग के खुलासे के बाद अब इन परीक्षा माफियाओं और कोचिंग संचालकों की तलाश, ईओयू का बड़ा खुलासा

इसी तरह संजय प्रभात ने 26 कैंडिडेट दिया था। कमीशन के रूप में उसने 26 लाख रुपया अपने पास रखा था। इस मामले में डीआईजी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने बड़ा खुलासा किया है। दोनों आरोपियों को ईओयू की टीम ने जेल भेज दिया है। संजय प्रभात और चंदन सर से पूछताछ के बाद ईओयू ने कई संदिग्धों की पहचान की है। ईओयू अब इन जानकारियों के आधार पर करीब 10 परीक्षा माफियाओं और कोचिंग संचालकों को तलाश रही है।

संजीव मुखिया गैंग के खुलासे के बाद अब इन परीक्षा माफियाओं और कोचिंग संचालकों की तलाश, ईओयू का बड़ा खुलासा
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PATNA : बीपीएससी टीआरई-3, नीट 2017 प्रश्नपत्र लीक मामले में ईओयू के हत्थे चढ़े दो परीक्षा माफिया शेखपुरा के संजय प्रभात और चंदन सर उर्फ चंदन गोयल ने पूछताछ में कई खुलासे किए। दोनों ने बताया कि वे संजीव मुखिया के लिए काम करते थे। संजीव मुखिया पेपर लीक करने या किसी प्रतियोगी परीक्षाओं में धांधली की जानकारी दोनों को देता था। इसके बाद दोनों उसके लिए स्कॉलर के साथ अभ्यर्थी भी उपलब्ध कराते थे। 

इसके एवज में दोनों उससे प्रति छात्र कमीशन लेते थे। बीपीएससी टीआरई-3 की परीक्षा में सबसे अधिक 54 कैंडिडेट चंदन सर ने दिया था। चंदन ने टीआरई की परीक्षा में पास कराने के लिए प्रति कैंडीडेट 10 लाख की डील की थी। हर कैंडिडेट से औसतन छह लाख रुपया वसूला था। इस तरह उसने 3 करोड़ से अधिक की उगाही की थी। इसमें से 54 लाख अपने पास रखकर उसने सारा पैसा संजीव मुखिया को दे दिया था। 

इसी तरह संजय प्रभात ने 26 कैंडिडेट दिया था। कमीशन के रूप में उसने 26 लाख रुपया अपने पास रखा था। इस मामले में डीआईजी मानवजीत सिंह ढिल्लों ने बड़ा खुलासा किया है। दोनों आरोपियों को ईओयू की टीम ने जेल भेज दिया है। संजय प्रभात और चंदन सर से पूछताछ के बाद ईओयू ने कई संदिग्धों की पहचान की है। ईओयू अब इन जानकारियों के आधार पर करीब 10 परीक्षा माफियाओं और कोचिंग संचालकों को तलाश रही है।

 इसमें कोचिंग संचालक अखिलेश सर, अरुण सर और नीरज सर मुख्य हैं। ये लोग संजीव मुखिया गिरोह को अभ्यर्थी और स्कॉलर उपलब्ध कराते थे। चंदन सर पटना के मुसल्लहपुर में अपना कोचिंग संस्थान और लॉज चलाता था। उसने 2011 से 2018 तक कोचिंग संस्थान चलाया। संजय प्रभात के साथ वह पढ़ाई करता था और एक ही जिले का था। 2017 में जब नीट प्रश्नपत्र लीक में चंदन का नाम आया तब यह फरार रहने लगा। 2018 के बाद इसने कोचिंग बंद कर दिया और पूरी तरह पेपर लीक गिरोह के लिए काम करने लगा।

पटना से अजय शर्मा की रिपोर्ट