‘फूलपुर’ की लालच के लिए नीतीश कुमार ने बिहारियों का किया सौदा, जीतन राम मांझी का बड़ा आरोप
बीपीएससी शिक्षक भर्ती रिजल्ट की ईडी जांच की मांग उठाने वाले हम पार्टी प्रमुख जीतनराम मांझी ने बिहार के बाहर के शिक्षकों की नियुक्ति पर बड़ा सवाल खड़ा किया है। मांझी ने नीतीश कुमार के यूपी से चुनाव लड़ने और बाहरी शिक्षकों की नियुक्ति को जोड़ते हुए बड़ा अटैक किया है। मांझी ने परीक्षा परिणाम को लेकर नीतीश कुमार पर बिहारी युवाओं के साथ सौदा करने का आरोप लगाया है।
PATNA: बिहार की राजनीतिक गलियारों में सीएम नीतीश कुमार के यूपी के फूलपुर से 2024 चुनाव लड़ने की चर्चा तेज है। जिसको लेकर लोजपा(रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने तीखा हमला करते हुए इसके पीछे की बड़ी वजह बताई है। उन्होंने कहा है कि नीतीश कुमार बिहार से चुनाव नहीं जीत सकते है इसलिए यूपी जा रहे हैं। वहीं अब बीपीएससी शिक्षक भर्ती रिजल्ट की ईडी जांच की मांग उठाने वाले हम पार्टी प्रमुख जीतनराम मांझी ने बिहार के बाहर के शिक्षकों की नियुक्ति पर बड़ा सवाल खड़ा किया है। मांझी ने नीतीश कुमार के यूपी से चुनाव लड़ने और बाहरी शिक्षकों की नियुक्ति को जोड़ते हुए बड़ा अटैक किया है। मांझी ने परीक्षा परिणाम को लेकर नीतीश कुमार पर बिहारी युवाओं के साथ सौदा करने का आरोप लगाया है।
आपको बता दें कि बीते शनिवार को यूपी से जेडीयू ईकाई आग्रह पत्र लेकर बिहार पहुंची थी। सीएम आवास पर नीतीश कुमार के साथ बैठक की थी और उन्हें फूलपुर सीट से 2024 चुनाव लड़ने का आग्रह किया था। जिसके बाद जीतन राम मांझी ने बड़ा अटैक करते हुए कहा है कि नीतीश कुमार ने बिहार से बाहर के लोगों इसलिए मौका दिया क्योंकि उन्हें बिहार के बाहर जाकर चुनाव लड़ना था।
जीतन राम मांझी ने अपने सोशल मीडिया के एक्स अकाउंट से सीएम नीतीश पर हमला करते हुए लिखा है कि उत्तर प्रदेश के JDU नेताओं की नीतीश जी से मुलाकात और संगठन विस्तार की बात ने साबित कर दिया कि शिक्षक नियुक्ति परिणाम में अन्य राज्यों के लोगों के चयन के बहाने जदयू उन राज्यों में अपना विस्तार चाहती है। "फूलपुर" की लालच के लिए बिहारियों के भविष्य के साथ सौदा करना दुर्भाग्यपूर्ण है।
बतातें चलें कि बीते अगस्त में बीपीएससी की 1.70 लाख शिक्षक पदों पर हुई परीक्षा में बिहार के अलावा दूसरे राज्यों के शिक्षक अभ्यर्थियों को भी मौका दिया गया था। जिसमें यूपी, हरियाणा समेत दूसरे राज्यों के 14 हजार अभ्यर्थी शिक्षक बनने में सफल रहे। वहीं अब दूसरे चरण में 1.20 लाख सीटों होने वाली शिक्षक भर्ती एग्जाम में भी बिहार से बाहर के दूसरे राज्यों के शिक्षक अभ्यर्थियों को भी मौका दिया जाएगा।