जाम से आपको मिलेगी मुक्ति, पॉड टैक्सी सेवा हरिद्वार में होगी शुरू, देश की पहली नियो मेट्रो मिलेगी देहरादून को
यातायात व्यवस्था को दो प्रमुख शहरों में बेहतर बनाने की रणनीति पर काम शुरू कर दिया गया है, उत्तराखंड में ट्रैफिक के बढ़ते लोड को देखते हुए ये कदम उठाया गया है। उत्तराखंड मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने इसके लिए योजना तैयार कर ली है। लोगों को अगले चार सालों में योजना का लाभ देने की तैयारी चल रही है।
जाम से आपको मिलेगी मुक्ति, पॉड टैक्सी सेवा हरिद्वार में होगी शुरू, देश की पहली नियो मेट्रो मिलेगी देहरादून को
NBC24 DESK - देहरादून, हरिद्वार और ऋषिकेश में अत्याधुनिक रैपिड ट्रांजिट सिस्टम का निर्माण उत्तराखंड मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (UKMRC) यातायात की भीड़ को कम करने के लिए अगले चार वर्षों के भीतर बन जाएगा। इस योजना को तैयार कर लिया गया है। यूकेएमआरसी के एमडी जितेंद्र त्यागी ने शुक्रवार को इसके बारे में बड़ी जानकारी साझा की है। उन्होंने बताया कि देश की पहली नियो मेट्रो देहरादून में दो कॉरिडोर पर शुरू किया जाएगा। इसके साथ देश की पहली पॉड टैक्सी भी हरिद्वार में देखने को जल्द मिलेगी। इस प्रकार की सुविधा देने वाला पहला राज्य उत्तराखंड सार्वजनिक परिवहन में बनने वाला है। साथ ही इस योजना को जल्द पूरा कराने की तिथियों को लेकर भी उन्होंने अपडेट जारी किया है। नियो मेट्रो रबर टायर मास ट्रांजिट सिस्टम पर आधारित है युकेएमआरसी के एमडी का ऐसा कहना है, जो ओवरहेड इलेक्ट्रिक कंडक्टर से बिजली खींचता है। यह एक डेडिकेटेड एलिवेटेड ट्रैक पर चलती है। साथ ही यह एक प्रोवाइड ऑन डिमांड (पॉड) टैक्सी चालक रहित इलेक्ट्रिक वाहन हैं, जो विशेष रूप से डिजाइन किए गए ट्रैक पर चलते हैं। इसके अलावा तीर्थाटन और दुनिया भर से आध्यात्मिक एकांत के लिए आने वाले पर्यटकों के बेहतर यात्रा अनुभव के लिए दो रोपवे को भी पूरा कराए जाने की योजना निगम हरिद्वार और ऋषिकेश में तैयार की गई है। सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को विकसित करने के लिए उत्तराखंड के विभिन्न शहरों में पर्यावरण के अनुकूल और लोगों की सुविधा को बढ़ाने के लिए ये योजना बनाई गई है। यूकेएमआरसी ने देहरादून नियो मेट्रो प्रोजेक्ट इसी के तहत तैयार किया है। इस प्रोजेक्ट को 1663 करोड़ की लागत से पूरा किया जाएगा। इसके लिए अभी किराए का निर्धारण नहीं किया गया है। इस प्रोजेक्ट को यूकेएमआरसी ने वर्ष 2026-27 तक पूरा करने का लक्ष्य तैयार किया गया है। हरिद्वार पॉड टैक्सी प्रोजेक्ट को भी इसी प्रकार वर्ष 2026-27 तक पूरा कर लिए जाने का लक्ष्य तय किया गया है। 1330 करोड़ रुपए की लागत इस प्रोजेक्ट पर आएगी। इसका उपयोग करने वालों से 20 से 90 रुपए तक किराया प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद लिया जाएगा। चंडी देवी रोपवे के निर्माण की योजना यूकेएमआरसी ने 161 करोड़ की लागत से वर्ष 2025 तक की बनाई है। एक तरफ का 155 रुपए किराया इसमें यात्रा करने वालों से वसूल किया जाएगा। साथ ही, नीलकंठ रोपवे प्रोजेक्ट को वर्ष 2027 तक 466 करोड़ की लागत से पूरा किया जाएगा। वहीं इसका एक तरफ का 330 रुपए किराया इसमें यात्रा करने वालों से वसूला जाएगा।