फ्लोर टेस्ट से पहले प्रशिक्षण के लिए बोधगया भेजे गए भाजपा के सभी विधायक, अमित शाह के अलावा केंद्र के बड़े नेता करेंगे संबोधित...

बोधगया में आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला आज से शुरू हो गयी है। इस वर्कशॉप में पार्टी के सभी पदाधिकारी और विधायक शामिल हुए हैं. अधिकतर नेता शुक्रवार की शाम में ही बोधगया पहुंच गये थे. रविवार तक चलने वाली इस कार्यशाला को केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी संबोधित करेंगे.

फ्लोर टेस्ट से पहले प्रशिक्षण के लिए बोधगया भेजे गए भाजपा के सभी विधायक, अमित शाह के अलावा केंद्र के बड़े नेता करेंगे संबोधित...

PATNA : बिहार में नवगठित एनडीए की सरकार आगामी 12 फ़रवरी को विधानसभा में विश्वास मत हासिल करेगी. वही, फ्लोर टेस्ट से पहले जेडीयू, बीजेपी और महागठबंधन के सभी घटक दल अपने विधायकों के एकजुट करने में लगी हुई है. एक तरफ जहां जेडीयू ने लंच का आयोजन किया है तो आरेजडी ने बड़ी बैठक बुलायी है, वहीं इन सबसे इतर बीजेपी बोधगया में दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन कर रही है, जहां पार्टी के सभी विधायकों को भेज दिया गया हैं. 

बता दें, बोधगया में आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला आज से शुरू हो गयी है। इस वर्कशॉप में पार्टी के सभी पदाधिकारी और विधायक शामिल हुए हैं. अधिकतर नेता शुक्रवार की शाम में ही बोधगया पहुंच गये थे. रविवार तक चलने वाली इस कार्यशाला को केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह भी संबोधित करेंगे. मिली जानकारी के अनुसार बीजेपी के सभी विधायक यहीं से कल शाम तक पटना पहुंचेंगे और फिर सोमवार को वे विधानसभा में फ्लोर टेस्ट में शामिल होंगे.

भाजपा के तरफ से की जा रही ये दो दिवसीय कार्यशाला 5 स्टार महोबोधि होटल के सभागार में हो रहा है, जहां सभी नेताओं और विधायकों के ठहरने का भी इंतजाम किया गया है. ये पूरा होटल भारतीय जनता पार्टी के नाम से ही बुक है.

भले ही इस कार्यक्रम को भाजपा का प्रशिक्षण शिविर का नाम दे रही है लेकिन इसे 'ऑपरेशन लोटस' के तहत किया जा रहा है. प्रशिक्षण शिविर के नाम पर भाजपा के विधायक को एकजुट करने की कोशिश कर रही हैं. 

मालूम हो, इन दिनों फ्लोर टेस्ट को लेकर बिहार में सियासत तेज हैं. हर एक पार्टी अपने स्तर से अपने विधायकों को एकजुट कर रही है. इसी क्रम में भाजपा ने भी भगवान बुद्ध की ज्ञान भूमि को अपने विधायकों को एकजुट करने के रूप में चुना है और इसी के तहत यह आयोजन किया जा रहा है.

वही, बिहार विधानसभा में लालू प्रसाद की पार्टी आरजेडी- 79, बीजेपी- 78 विधायक, जेडीयू - 45, कांग्रेस- 19, CPI (ML) - 12, हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा- 4, CPI - 2, CPI (M)- 2, AIMIM - 1 और 2 निर्दलीय. इसतरह से बिहार में NDA सरकार के पास 128 विधायकों का समर्थन हैं, जो बहुमत के आंकड़े 122 से अधिक है लिहाजा NDA आसानी से बहुमत साबित कर सकती हैं.