Monsoon in Bihar: बिहार में कब आएगा मानसून, किस जिले से करेगा प्रवेश? जानिए पूरी डिटेल

पटना. भीषण गर्मी के बीच सभी को मानसून की बारिश बड़ी शिद्दत से इंतजार है. लेकिन, बिहार के लोगों के लिए यह इंतजार थोड़ा और बढ़ सकता है क्योंकि इस बार मानसून केरल में ही थोड़ी देरी से दस्तक देगा. भारतीय मौसम विभाग (India Meteorological Department) की ओर से मानसून को लेकर जो जानकारी दी गई है

Monsoon in Bihar: बिहार में कब आएगा मानसून, किस जिले से करेगा प्रवेश? जानिए पूरी डिटेल

NBC24 DESK:- PATNA:- भीषण गर्मी के बीच सभी को मानसून की बारिश बड़ी शिद्दत से इंतजार है.लेकिन आपको बता दे कि बिहार के लोगों के लिए यह इंतजार थोड़ा और बढ़ सकता है क्योंकि इस बार मानसून केरल में ही थोड़ी देरी से दस्तक देगा। गौरतलब है कि भारतीय मौसम विभाग (India Meteorological Department) की ओर से मानसून को लेकर जो जानकारी दी गई है इसके अनुसार, केरल में मानसून इस बार 2 से 1 जून के स्थान पर 2 दिन बाद, यानी 4 जून को दस्तक दे सकती है.मौसम विभाग का यह पूर्वानुमान सही साबित होता है तो बिहार में भी मनसून देरी से देखा जा सकता है !.

आपको बताते चले कि एक ओर जहां अलनीनो की अटकलें तेज हैं वहीं दूसरी ओर मौसम विभाग की ओर से बताया गया कि मानसून इस बार देरी से आ सकती  है. इस देरी का असर देश के विभिन्न हिस्सों में भी पड़ेगा. दक्षिण पश्चिम मानसून सामान्य रूप से 1 जून को केरल में पहुंच जाता है. यह आमतौर पर तो तिथि निश्चित है, लेकिन कई बार लगभग 7 दिन देर या 7 दिन पहले पहले भी केरल में एंट्री मार देता है.

दरअसल बात केरल की करें तो पिछले साल 2022 में 29 मई को ही मानसून केरल पहुंच गया था. 2021 में 3 जून तो 2020 में 8 जून को मानसून केरल पहुंचा था. केरल में प्रवेश के बाद मानसून बिहार में प्राय: लगभग हफ्ते भर बाद प्रवेश करता है. किसी-किसी वर्ष तो यह देरी 10 दिनों की भी हो जाती है. ऐसे में अगर इस बार मानसून 4 जून को केरल पहुंचता है तो बिहार में 10 जून के आसपास मानसून के आने की संभावना है. दरअसल, एक ओर जहां अलनीनो की अटकलें तेज हैं वहीं दूसरी ओर मौसम विभाग की ओर से बताया गया कि मानसून इस बार देरी से आ सकता है. इस देरी का असर देश के विभिन्न हिस्सों में भी पड़ेगा. दक्षिण पश्चिम मानसून सामान्य रूप से 1 जून को केरल में पहुंच जाता है. यह आमतौर पर तो तिथि निश्चित है, लेकिन कई बार लगभग 7 दिन देर या 7 दिन पहले पहले भी केरल में एंट्री मार देता है.

हालाँकि केरल की बात करें तो पिछले साल 2022 में 29 मई को ही मानसून केरल पहुंच गया था. 2021 में 3 जून तो 2020 में 8 जून को मानसून केरल पहुंचा था. केरल में प्रवेश के बाद मानसून बिहार में प्राय: लगभग हफ्ते भर बाद प्रवेश करता है. किसी-किसी वर्ष तो यह देरी 10 दिनों की भी हो जाती है. ऐसे में अगर इस बार मानसून 4 जून को केरल पहुंचता है तो बिहार में 10 जून के आसपास मानसून के आने की संभावना है.

साथ ही बता दें कि बिहार में मानसून प्राय: सीमांचल के पूर्णिया से प्रवेश करता है. पूर्णिया और किशनगंज के रास्ते बिहार में मानसून के प्रवेश करने के बाद पूरे प्रदेश में दो दिनों के भीतर मानसून की बारिश होने लगती है. खास तौर पर धान रोपनी करनेवाले किसानों को मानसून का बड़ी शिद्दत से इंतजार रहता है. भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, इस साल भी मानसून सामान्य ही रहने के आसार लग रहे हैं.