लालू यादव के बेहद करीबी बालू कारोबारी सुभाष यादव को ईडी ने किया गिरफ्तार, 2 करोड़ कैश जब्त

आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही। एक तरफ जहां लैंड फॉर जॉब मामले में लालू यादव पर ईडी ने शिकंजा कसा हुआ है, वहीं बालू कारोबारी और लालू परिवार के बेहद करीबी सुभाष यादव को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है।

लालू यादव के बेहद करीबी बालू कारोबारी सुभाष यादव को ईडी ने किया गिरफ्तार, 2 करोड़ कैश जब्त

PATNA: आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही। एक तरफ जहां लैंड फॉर जॉब मामले में लालू यादव पर ईडी ने शिकंजा कसा हुआ है, वहीं बालू कारोबारी और लालू परिवार के बेहद करीबी सुभाष यादव को ईडी ने गिरफ्तार कर लिया है। शनिवार को बालू कारोबारी के आधा दर्जन ठिकानों पर चली छापेमारी के बाद ईडी ने यह कार्रवाई की है। ईडी ने शनिवार की देर रात सुभाष यादव को गिरफ्तार कर बेऊर जेल भेजा है।

आपको बता दें कि शनिवार को ईडी ने सुभाष यादव के 6 ठिकानों पर छापे मारे थे। जिसमें उनके करीबी सहयोगियों के परिसर भी शामिल हैं। तलाशी के दौरान 230 करोड़ से ज्यादा की नकदी और आपत्तिजनक दस्तावेज जब्त किए गए हैं। जिसके बाद देर रात सुभाष यादव को गिरफ्तार कर लिया गया है। इसके साथ ही अकूत संपत्ति से जुड़े कई दस्तावेज भी बरामद हुए हैं।

सुभाष यादव के बारे में बताया जाता है कि वह ब्रॉडसॉन्स लिमिटेड कंपनी में डायरेक्टर हैं। इस कंपनी पर 250 करोड़ रुपये की हेराफेरी का आरोप है। इसी को लेकर दानापुर के नारियल घाट स्थित उनके आवास के अलावे नासरीगंज, शाहपुर, यदुवंशी नगर, मनेर में हल्दी छपरा और पटना के गोला रोड और बोरिंग कैनाल रोड स्थित उनके दफ्तर में सुबह से लेकर शाम तक छापेमारी चली। पहले भी उनके खिलाफ जांच एजेंसी ने छापे मारे थे।

प्रवर्तन निदेशालय द्वारा दर्ज प्राथमिकी में कहा गया है कि 9/3/24 को ईडी ने अवैध रेत खनन मामलों के संबंध में सुभाष यादव और उनके करीबी सहयोगियों के 6 परिसरों पर तलाशी ली है। ईडी ने मेसर्स ब्रॉडसंस कमोडिटीज प्राइवेट लिमिटेड (बीसीपीएल) और उसके निदेशक के खिलाफ बिहार पुलिस द्वारा दर्ज की गई है। 20 एफआईआर के आधार पर पीएमएलए जांच शुरू की थी, जिसमें आरोप लगाया गया था कि वे ई-चालान का उपयोग किए बिना रेत के अवैध खनन और बिक्री में लगे हुए हैं।

पीएमएलए के तहत जांच से पता चला है कि रेत की अवैध बिक्री से 161 करोड़ रुपये का पीओसी उत्पन्न हुआ है। रेत की अवैध बिक्री को एक सिंडिकेट द्वारा नियंत्रित किया जाता है, जो कंपनी में धन निवेश करता है और रेत की अवैध बिक्री के माध्यम से लाभ कमाता है, जो पीओसी के अलावा और कुछ नहीं है। बता दें कि इससे पहले इस मामले में सिंडिकेट सदस्य राधा चरण साह, उनके बेटे और बीएसपीएल के निदेशकों को ईडी पीएमएलए के तहत गिरफ्तार कर चुकी है।

बालू कारोबारी सुभाष यादव को आरजेडी अध्यक्ष लालू यादव का बेहद करीबी माना जाता है। वह 2019 में झारखंड के चतरा से राष्ट्रीय जनता दल के टिकट पर लोकसभा का चुनाव भी लड़ चुके हैं। हालांकि उनको बीजेपी कैंडिडेट से हार का सामना करना पड़ा।

पटना से अजय कुमार की रिपोर्ट