नवादा में ककोलत महोत्सव में कलाकारों ने बिखेरे जलवे, सीएम के निर्देश पर ककोलत महोत्सव की हुई शुरुआत
बिहार का कश्मीर कहे जाने वाले ऐतिहासिक स्थल "ककोलत जलप्रपात" को बिहार सरकार ने धरोहर की सूची में शामिल करते हुए प्रत्येक वर्ष महोत्सव मनाने का निर्णय लिया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर नवादा के जिलाधिकारी आशुतोष कुमार वर्मा ने रविवार को नवादा में ककोलत महोत्सव की शुरुआत की
NAWADA: बिहार का कश्मीर कहे जाने वाले ऐतिहासिक स्थल "ककोलत जलप्रपात" को बिहार सरकार ने धरोहर की सूची में शामिल करते हुए प्रत्येक वर्ष महोत्सव मनाने का निर्णय लिया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर नवादा के जिलाधिकारी आशुतोष कुमार वर्मा ने रविवार को नवादा में ककोलत महोत्सव की शुरुआत की. यह कार्यक्रम नवादा नगर भवन में आयोजित किए गए .जिसका उद्घाटन डीएम आशुतोष कुमार ने दीप प्रज्जवित कर किया . इस मौके पर स्मारिका का भी विमोचन किया गया . उन्होंने कहा कि बिहार के महोत्सव की सूची में ककोलत महोत्सव को भी शामिल किया गया है , जो काफी खुशी की बात है .
प्रत्येक वर्ष होगा कार्यक्रम का आयोजन : ककोलत क़ो लोकप्रिय स्थल के रूप में विकसित किया जा रहा है .नहाने के स्थान एवं पूरा ककोलत परिसर क़ो स्वच्छ एवं साफ -सुथरा कराया गया .जहां देश भर के सैलानी गर्मी के दिनों में आते हैं, और शीतल जलप्रपात और प्रकृति के अनुपम घटा का लुप्त उठाते हैं .अब प्रत्येक वर्ष यह कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा . आनन -फानन में इसे त्वरित गति से नवादा नगर भवन में महोत्सव का आयोजन किया गया. इसे अगले साल से ककोलत परिसर में ही महोत्सव मनाया जाएगा .
इस मौके पर एसपी अंबरीश राहुल ,डीडीसी दीपक कुमार मिश्रा, एडीएम चंद्रशेखर आजाद ,एसडीओ अखिलेश कुमार ,बीडीओ प्रभाकर सिंह के साथ-साथ जनप्रतिनिधि के रूप में नवादा विधायक विभा देवी हिसुआ विधायक नीतू सिंह, ककोलत विकास परिषद के अध्यक्ष मसीहउद्दीन के साथ-साथ जानेमाने लोग इस कार्यक्रम में मौजूद थे. कार्यक्रम के दौरान कस्तूरबा बालिका विद्यालय कौआकोल, रजौली की छात्राओं ने एक से बढ़कर एक कार्यक्रम प्रस्तुत किया. वहीं मगध कोकिला के नाम से प्रसिद्ध सृष्टि सुमन के द्वारा दो गीत भी प्रस्तुत किए गए. जिसे सुन श्रोता ने खूब तालियां बजायी .
विश्वस्तरीय पर्यटक स्थल में शामिल होगा ककोलत, किया गया विकास कार्य : बिहार का कश्मीर कहे जानेवाले ऐतिहासिक शीतल जलप्रपात ककोलत में कई विकास कार्य किया गया है. इसे विश्व पर्यटन में शामिल करने को लेकर पहल शुरू हो गयी है. ककोलत के पुराने स्वरूप को बदलकर इसे नये व्यवस्था के साथ जोड़ने का प्रयास किया गया है. निर्माण कार्य तेज गति से किया गया है, ताकि गर्मी की तपिश शुरू होने के पहले ही पर्यटकों के लिए इसे शुरू किया जा सके. प्रकृतिक झरना की सुंदरता लोगों को यहां तक खिंच रही है. नवादा जिला का यह पर्यटन स्थल प्रारंभ से लोगों को प्रकृति से जोड़ने का काम करता रहा है. झरना के आसपास पुराने सभी जर्जर भवनों को तोड़कर हटा दिया गया है. इसके स्थान पर आधुनिक सुविधाओं के साथ महिलाओं और पुरुषों के लिए चेंजिंग रूम, पर्यटकों के बैठने की व्यवस्था, धार्मिक मंदिर का स्वरूप आदि निर्माण कार्य कराये गए हैं . यहां आनेवाले पर्यटकों को ककोलत की खूबसूरती और इसका सौंदर्य जीवन भर याद रखें, इसके लिए इसकी प्रकृतिक सुंदरता को भी बरकरार रखा जायेगा
नवादा से सुनील कुमार की रिपोर्ट