बिहार में सियासी पारा हुआ हाई...तेजस्वी यादव ने बुलाई RJD विधायकों की बैठक, 12 को करेंगे खेला..?
तेजस्वी यादव ने भी अपने विधायकों की अहम बैठक बुलाई है। सभी विधायकों को पटना में रहने का निर्देश जारी किया गया है। खबर है कि हाईकमान ने साफ-साफ निर्देश दिया है कि 12 फरवरी को होने वाले फ्लोर टेस्ट तक कोई भी विधायक पटना से बाहर नहीं जाएगा।
PATNA: बिहार में 12 फरवरी को एनडीए सरकार की फ्लोर टेस्ट को लेकर राजनीतिक गलियारों में हलचल तेज हैं। चाचा नीतीश कुमार के बीते 28 जनवरी को पलटी मारने के बाद दूसरी बार धोखा खाए भतीजे तेजस्वी यादव ने कहा था कि ‘अभी खेला होना बाकी है’....जिसके बाद से ही चर्चाओं का बाजार गर्म है कि क्या सही में लालू के छोटे लाल तेजस्वी यादव खेला करेंगे क्या..? कहीं नीतीश कुमार की सरकार तो नहीं गिरा देंगे।।।क्योंकि आज शनिवार(10 फरवरी) को पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने आरजेडी के विधायकों की बड़ी बैठक बुलाई है...जिसके बाद बिहार के राजनीतिक गलियारे में हलचल तेज हो गई है।
आपको बता दें कि कांग्रेस से लेकर जेडीयू, बीजेपी, आरजेडी सभी राजनीतिक पार्टियों को अपने विधायकों को सुनिश्चित करने की चिंता सता रही है की कहीं कोई विधायक इधर-उधर ना भटक जाए। जिसको लेकर सतर्कता बरतते हुए कांग्रेस ने तो सबसे पहले अपने विधायकों को विधायक दल की बड़ी बैठक का झांसा देकर पहले तो दिल्ली बुलाया उसके बाद सारे विधायकों को छुट्टियां मनाने के लिए हैदराबद के होटलों में शिफ्ट कर दिया है। वहीं आरजेडी के विधायकों पर जहां लालू-तेजस्वी नजर बनाए हुए हैं, वहीं बीजेपी ने अपने विधायकों को बोधगया में कार्यशाला के बहाने आरजेडी के 'पहुंच' से दूर कर दिया, जबकि जेडीयू भोज के बहाने सभी विधायकों को पटना बुला लिया है।
इस बीच तेजस्वी यादव ने भी अपने विधायकों की अहम बैठक बुलाई है। सभी विधायकों को पटना में रहने का निर्देश जारी किया गया है। खबर है कि हाईकमान ने साफ-साफ निर्देश दिया है कि 12 फरवरी को होने वाले फ्लोर टेस्ट तक कोई भी विधायक पटना से बाहर नहीं जाएगा।
क्या है विधानसभा का अंक गणित?: 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा में एनडीए को 128 विधायकों का समर्थन प्राप्त है, जिनमें बीजेपी के 78, जेडीयू के 45 के अलावे हम के 4 और एक निर्दलीय विधायक हैं। बहुमत के आंकड़े से यह संख्या 6 अधिक है। उधर महागठबंधन के पास 114 विधायक हैं, जिनमें आरजेडी के 79, कांग्रेस के 19 और वाम दलों के 16 विधायक हैं। इसके अलावे जरूरत पड़ने पर एआईएमआईएम के एक विधायक का समर्थन मिल सकता है।
कैसे हो सकता है 'खेला'?: दरअसल, पिछले कुछ दिनों से चर्चा है कि आरजेडी की ओर से जेडीयू और बीजेपी के विधायकों से संपर्क किया जा रहा है। सम्राट चौधरी और श्रवण कुमार भी स्वीकार कर चुके हैं कि उनके विधायकों को अप्रोच किया गया है। माना जा रहा है कि अगर सत्ता पक्ष के कम से कम 7 विधायक विधानसभा में क्रॉस वोटिंग करते हैं तो नीतीश कुमार की सरकार गिर जाएगी। आरजेडी का दावा है कि जरूरत पड़ने पर हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा भी पाला बदल सकता है। हालांकि शुक्रवार को जीतनराम मांझी स्पष्ट कर चुके हैं वह कुर्सी के लालच में एनडीए को धोखा नहीं देंगे।