ममगध यूनिवर्सिटी में Educational Multimedia Research Center तैयार, जानें कब होगी शुरूआत |

मगध यूनिवर्सिटी में सालों गुजरने के बाद भी एजुकेशनल मल्टीमीडिया रिसर्च प्रोजेक्ट की स्थापना नहीं हो सकी है. हालांकि, इस प्रोजेक्ट के लिए एमयू कैंपस में बिल्डिंग बनकर तैयार है. लाखों रुपए खर्च हो चुके हैं. वर्ष 2012-13 में यूजीसी ने इस महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट के लिए मगध यूनिवर्सिटी को मंजूरी दी थी. इस प्रोजेक्ट के तहत एक ही छत के नीचे मल्टी फैकल्टी रिसर्च व वर्चुअल क्लास रूम की सुविधा प्रदान करना था.

ममगध यूनिवर्सिटी में Educational Multimedia Research Center  तैयार, जानें कब होगी शुरूआत |

NBC24 DESK:- वर्ष 2012-13 में यूजीसी ने इस महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट के लिए मगध यूनिवर्सिटी को मंजूरी दी थी. बता दे, इस प्रोजेक्ट के तहत एक ही छत के नीचे मल्टी फैकल्टी रिसर्च व वर्चुअल क्लास रूम की सुविधा प्रदान करना था.आपको बता दे कि, इसके शुरू होने से बिहार के अलावे झारखंड, उड़ीसा व अन्य राज्यों के छात्रों को रिसर्च के क्षेत्र में लाभ मिलता. एमयू कैंपस में  Educational Multimedia Research Center के लिए दो साल से बिल्डिंग बनकर तैयार है, लेकिन अब तक यह प्रोजेक्ट शुरू नहीं हो सका.

बिहार का इकलौता मल्टी फैकल्टी रिसर्च व वर्चुअल क्लास रूम होगा !

खबर है ,एमयू में यह प्रोजेक्ट शुरू होता है, तो यह बिहार का इकलौता मल्टी फैकल्टी रिसर्च व वर्चुअल क्लास रूम होगा. यहां इंटरनेशनल स्तर के ऑनलाइन कोर्स कराए जाएंगे.आपको बता दे, इससे बिहार, झारखंड और उड़ीसा के छात्रों को फायदा होगा. एजुकेशनल मल्टीमीडिया सेंटर अनुसंधान के क्षेत्र में नई इबादत  लिखेगा| हालांकि इसकी स्थापना से डिजिटल के क्षेत्र में नई क्रांति आएगी. सेंटर की खासियत यह होगी कि इसमें न केवल एमयू बल्कि देश व विदेश के किसी भी विश्वविद्यालय, उच्च शिक्षण संस्थानों के शिक्षक और छात्र विज्ञान, तकनीकी, इतिहास, कृषि आदि से जुड़े शोध कर सकेंगे. शिक्षकों से वह विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात कर सकेंगे.

ऐसा होगा सेंटर

हालांकि मल्टीमीडिया सेंटर के प्रोडक्शन सेंटर हाई क्वालिटी की डिजिटल टीवी सिस्टम से लैस होगा|  प्रोग्राम प्रोडक्शन के लिए टीवी स्टूडियो मल्टी कैमरा युक्त, जिसमें दो हाई-एंड सोनी डी-55 स्टूडियो कैमरा, नेटवर्क टाइकास्टर थ्री-डी टैकलेस स्टूडियो होगा. इसके अलावा वर्चुअल सेट क्रिएटर, अल्टा कूल लाइट, पैंटोग्राफ के साथ स्पॉटलाइट की सुविधा होगी. बता दे, 2017 में यूजीसी के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किया गया था, लेकिन एक सार्थक प्रयास नहीं होने के कारण यह प्रोजेक्ट लंबित था. वर्ष 2021में पूर्व वीसी प्रो राजेन्द्र प्रसाद की पहल से एजुकेशनल मल्टीमीडिया सेंटर की स्थापना के लिए गति मिली थी.

कुलपति ने दिया आश्वासन !

बता दे ,मगध विश्वविद्यालय में सालों बाद Educational Multimedia research Project शुरू होने की उम्मीद बढ़ गई है. इस प्रोजेक्ट को शुरू कराने के दिशा में एमयू कुलपति प्रो. शशि प्रताप शाही जुट गए हैं. कुलपति ने कहा कि प्रोजेक्ट की समीक्षा की जा रही है. सबकुछ ठीक रहा तो जल्द शुरू कराने की पहल होगी.

इस प्रोजेक्ट में लेक्चर OWN DEMAND की भी सुविधा होगी !

आपको बता दे छात्र दुनियां के बड़े से बड़े यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर का व्याख्यान सुन सकेंगे. अत्याधुनिक प्रोडक्शन सेंटर बनेगा. यह प्रोग्राम प्रोडक्शन के लिए हाई-एंड डिजिटल टीवी सिस्टम से लैस होगा. मैसिव ओपन ऑनलाइन कोर्स विश्वविद्यालय स्तर के ऑनलाइन कोर्स हैं. ये वेब के जरिए उन्हें असीमित भागीदारी का मौका देते हैं. सभी प्रोग्राम चॉइस बेस्ड क्रेडिट सिस्टम के आधार पर रहेगी. जिससे कोर्स करने के दौरान मिले अंकों का फायदा विद्यार्थी को मिलेगी. इसरो व यूजीसी-सीइसी के संयुक्त प्रयास से एजुकेशनल मल्टीमीडिया रिसर्च सेंटर एडुसेट उपग्रह के माध्यम से विदेशों में भी बैठे छात्र वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से इंटरैक्ट कर सकते हैं.