केके पाठक के नए फरमान ने शिक्षकों में मचाई खलबली, गर्मी के छुट्टी में भी पीटेंगे माथा

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव ने अब पूरे सिस्टम को बदलकर कर रख दिया है। जिसका माने ये हुआ कि अब गर्मी के छुट्टियों में भी स्कूल खुले रहेंगे और इस दौरान ऐसे छात्र जो पढ़ने-लिखने में कमजोर हैं उनके लिए विशेष कक्षाएं चलायी जाएंगी।

केके पाठक के नए फरमान ने शिक्षकों में मचाई खलबली, गर्मी के छुट्टी में भी पीटेंगे माथा
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PATNA: बिहार के सरकारी शिक्षकों पर शिक्षा विभाग के एसीएस केके पाठक का चल रहा हंटर रुकने का नाम नहीं ले रहा। एक तरफ जहां प्रदेश के गवर्नर के साथ केके पाठक की तकरार चालू है, वहीं शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के नये फरमान में शिक्षकों की टेंशन बढ़ा दी है। गर्मी को लेकर पहले जहां स्कूलों को बच्चों के साथ-साथ शिक्षकों के लिए पूर्ण रुप से बंद कर दिया जाता था, वहीं शिक्षा विभाग के  अपर मुख्य सचिव ने अब पूरे सिस्टम को बदलकर कर रख दिया है। जिसका माने ये हुआ कि अब गर्मी के छुट्टियों में भी स्कूल खुले रहेंगे और इस दौरान ऐसे छात्र जो पढ़ने-लिखने में कमजोर हैं उनके लिए विशेष कक्षाएं चलायी जाएंगी।

आपको बता दें कि केके पाठक के निर्देश के आलोक में डीईओ प्रमोद कुमार साहू ने पत्र जारी किया है, जिसमें शत प्रतिशत स्कूलों का निरीक्षण किए जाने का जिक्र है। डीईओ के स्तर से निरीक्षण के लिए मॉडल रोस्टर तैयार किया गया है। रोस्टर के अनुसार, 15 अप्रैल से निरीक्षण शुरू करना है। इसमें किसी प्रकार की शिथिलता पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है।

शिक्षा विभाग ने 15 अप्रैल से 15 मई तक निरीक्षण के लिए एक प्रपत्र जारी किया है। यानी जो अधिकारी किसी स्कूल का निरीक्षण करेंगे, वो उसी प्रपत्र में रिपोर्ट करेंगे। प्रपत्र में कुल 14 बिंदु है। निरीक्षी पदाधिकारी को सभी 14 बिंदुओं पर प्रधान शिक्षक से पूछना है और भरकर विभाग को समर्पित करना है। निरीक्षण करने वाले पदाधिकारी को स्कूल का नाम, शिक्षक की संख्या, निरीक्षण का समय, पदस्थापित शिक्षकों की संख्या, बिना सूचना के स्कूल से नदारद शिक्षकों की संख्या, वार्षिक परीक्षा 2024 में कक्षा पांच से आठ के अनुतीर्ण और नदारद बच्चों की संख्या, मिशन दक्ष के तहत चिन्हित बच्चों की संख्या और उपस्थित बच्चों की संख्या आदि का उल्लेख प्रपत्र में करना है।

इतना ही नहीं निरीक्षण के दौरान अधिकारी यह भी जानकारी कर लेंगे कि एमडीएम चालू है या नहीं। पेयजल की कोई सुविधा है या नहीं। अगर नही है, तो कारण क्या है। स्कूल में हाउसकीपिंग की व्यवस्था है या नहीं। नहीं है तो क्यों नहीं है। शौचालय की व्यवस्था है या नहीं। शौचालय की साफ सफाई की क्या स्थिति है। रात्रि प्रहरी उपलब्ध है अथवा नहीं। अगर नहीं है, तो क्या कारण है। आईसीटी लैब के बारे में भी प्रपत्र में जिक्र करना है।