बीपीएससी TRE-3 का सप्लीमेंट्री रिजल्ट नहीं होगा जारी, मई में शिक्षकों की फिर होगी बंपर बहाली..सदन में शिक्षा मंत्री ने की बड़ी घोषणा
बिहार में शिक्षकों की फिर बंपर बहाली होगी। मई में BPSC TRE-4 के तहत शिक्षकों की बड़े पैमाने पर बहाली होनी है। मंगलवार को बजट सत्र के 11वें दिन शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने विधानसभा में भाजपा विधायक अरुण शंकर प्रसाद के प्रश्न के जवाब में यह जानकारी दी।

Patna : बिहार में शिक्षकों की फिर बंपर बहाली होगी। मई में BPSC TRE-4 के तहत शिक्षकों की बड़े पैमाने पर बहाली होनी है। मंगलवार को बजट सत्र के 11वें दिन शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने विधानसभा में भाजपा विधायक अरुण शंकर प्रसाद के प्रश्न के जवाब में यह जानकारी दी। अरूण शंकर प्रसाद ने प्रश्नकाल के दौरान शिक्षा मंत्री से जानना चाहा कि BPSC TRE-3 के तहत कई पद रिक्त रह गए हैं। क्या सरकार फिर से बहाली करने जा रही है। इसका जवाब देते हुए शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि BPSC TRE-3 के तहत कोई सप्लीमेंट्री रिजल्ट जारी नहीं होगा। इन रिक्तियों को अब BPSC TRE-4 में समाहित करते हुए शिक्षकों की बड़े पैमाने पर बहाली होगी। मई तक यह प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
उन्होंने कहा कि बिहार के यूनिवर्सिटी और कॉलेजों में शिक्षकेत्तर कर्मचारियों की भी बहाली होने वाली है। बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) को एक महीने के बाद इसकी अधियाचना भेज दी जाएगी। शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने कहा कि टीआरई-3 के तहत सिर्फ उन्हीं विषयों का रिजल्ट नहीं जारी किए गए हैं, जिसमें या तो अभ्यर्थी नहीं हैं या फिर वे न्यूनतम कटऑफ अंक हासिल नहीं कर पाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि वर्तमान में टीआई-3 का सप्लीमेंट्री रिजल्ट जारी करने का कोई भी प्रस्ताव सरकार के सामने विचाराधीन नहीं है।
यूनिवर्सिटी-कॉलेजों में बहाली के सवाल पर शिक्षा मंत्री ने कहा कि बीपीएससी के तहत 2000 असिस्टेंट प्रोफेसर की बहाली की जा रही है। इसकी प्रक्रिया को जल्द ही पूरा कर दिया जाएगा। इसके अलावा विश्वविद्यालयों से शिक्षकेत्तर कर्मियों की रिक्तियां मांगी गई हैं। कुछ यूनिवर्सिटी ने भेज दी है तो कुछ की आना बाकी है। वैंकेसी आने के बाद भर्ती की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
भाजपा विधायक अरुण शंकर प्रसाद ने कहा कि उच्च शिक्षण संस्थानों में 16000 से अधिक पद हैं। शिक्षा मंत्री ने बताया कि हमने वाइस चांसलर के साथ मीटिंग की थी। सही रिक्ति के लिए पोर्टल बनाई गई थी। जो रिक्ति भेजी गई उसमें त्रुटियां पाई गई। एक महीने में रिक्ति मांगी गई है। उसके बाद स्टाफ सिलेक्शन बोर्ड से हम लोग नियुक्ति करेंगे।
शिक्षा मंत्री सुनील कुमार ने इस दौरान एक बड़ी घोषणा की। उन्होंने कहा कि प्रबंधन समिति में जो व्यवस्था पूर्व में थी, जिसमें विधायक-विधान पार्षद अध्यक्ष होते थे, हमने फिर से उस व्यवस्था को लागू कर दिया है। बीच में जो बातें थी उसे विलोपित कर दिया गया है। इस घोषणा पर पूरे सदन ने शिक्षा मंत्री को बधाई दी। इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी सदन में मौजूद थे।