ब्रांड प्रोटेक्शन की टीम ने महाराष्ट्र के कोल्हापुर में मारा बड़ा छापा, करोड़ों का माल किया बरामद, मालिक गिरफ्तार

ब्रांड प्रोटेक्शन सर्विसेज प्रा. लि. की टीम को एक बार फिर बड़ी सफलता हाथ लगी हैं। महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले में जिंदल स्टील और जेएसडब्ल्यू जैसी बड़ी कंपनियों के नाम पर नकली टीन शेड बना रही वेंकटेश्वरा स्टील पर बड़ा छापा मारा है..

ब्रांड प्रोटेक्शन की टीम ने महाराष्ट्र के कोल्हापुर में मारा बड़ा छापा, करोड़ों का माल किया बरामद, मालिक गिरफ्तार

MUMBAI/KOLHAPUR:  ब्रांड प्रोटेक्शन सर्विसेज प्रा. लि. की टीम को एक बार फिर बड़ी सफलता हाथ लगी हैं। महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले में जिंदल स्टील और जेएसडब्ल्यू जैसी बड़ी कंपनियों के नाम पर नकली टीन शेड बना रही वेंकटेश्वरा स्टील पर बड़ा छापा मारा है। जिसमें ब्रांड प्रोटेक्शन की टीम ने करोड़ों रुपयों का नकली माल बरामद किया है। ब्रांड प्रोटेक्शन सर्विस प्रा. लिमिटेड और महाराष्ट्र के कोल्हापुर के वडगांव पुलिस की टीम ने संयुक्त रुप से यह छापेमारी की है।

आपको बता दें कि महाराष्ट्र के कोल्हापुर में वेंकटेश्वरा स्टील के नाम से चलाई जा रही यह कंपनी जिंदल स्टील और जेएसडब्ल्यू का नकली माल तैयार कर शहर में सप्लाई करने के साथ-साथ मोटी कमाई कर रहा था। पुलिस ने कंपनी के मालिक मालिक महावीर भगवान पारिट को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया है। वहीं बरामद सामानों को गाड़ियों में लादकर स्थानीय पुलिस स्टेशन लाया गया। बरामद किए सामानों की कीमत करोड़ों में बताई जा रही है।

इस संबंध में ब्रांड प्रोटेक्शन के सीएमडी मुस्तुफा हुसैन ने बताया कि ब्रांड प्रोडक्शन सर्विस प्राइवेट लिमिटेड को काफी लंबे समय से सूचना मिल रही थी कि कोल्हापुर में जिंदल स्टील और जेएसडब्ल्यू की नकली टीन शेड बनाए जा रहे हैं। जिसकी शिकायत कोल्हापुर एसपी को दी गई थी। शिकायत पर कार्रवाई करते हुए वडगांव थाने के पुलिस उपनिरीक्षक श्री के जी इनामदार ने अपनी पुलिस टीम और ब्रांड प्रोटेक्शन की टीम को साथ में लेकर यह छापेमारी की, जहां से यह नकली टीन शेड बनाने की फैक्ट्री  पकड़ी  गई है।

सीएमडी मुस्तुफा हुसैन ने पूरे मामले पर तल्ख तेवर अख्यतियार करते हुए नकलचियों को चेताया है। मुस्तुफा हुसैन ने कहा कि महाराष्ट्र ही नहीं पूरे देश में किसी भी ब्रांड्स के नकली प्रोडक्ट तैयार करने वाले को छोड़ा नहीं जाएगा। चाहे वो कितना भी सुदूर इलाके में ही अपनी कंपनी का संचालन क्यों ना कर रहा हो। ब्रांड प्रोटेक्शन की टीम ऐसे लोगों पर शिकंजा कसने को चौबीसों घंटे मुस्तैद है।