बिहार में एक और बीपीएससी शिक्षक का पकड़ौआ विवाह, लड़की वालों ने खरमास में क्यों कराई शादी, जानिए
बिहार के जमुई से ऐसे ही बीपीएससी टीचर की जबरिया शादी का मामला सामने आया है। यह शादी जबरिया तो है, लेकिन खरमास में ऐसी शादी होने के पीछे भी एक लंबी कहानी है...
JAMUI: बिहार में पकड़ौआ विवाह की धीमी पड़ी रफ्तार में एकबार बार फिर तेजी आई है और इन मामलों की बढ़ोतरी का कारण बने है बीपीएससी शिक्षक..जी हां...बिहार में बड़े स्तर पर बीपीएससी शिक्षकों की हुई बहाली के बाद पकड़ौआ शादी के मामले बढ़ गए हैं। ताजा मामला जमुई से सामने आया है, जहां लड़की वाले इतनी जल्दी में थे कि बीपीएससी टीचर की खरमास में जबरिया उठाकर शादी करवा दी है।
पूरा मामला जिले के गिद्धौर बाजार का है। चकाई प्रखंड के बामदह के वेलदारी गांव निवासी सत्यनारायण वर्मा के पुत्र मुकेश कुमार वर्मा की शादी चकाई प्रखंड अंतर्गत बामदह से ही सटे केंदुआडीह गांव निवासी पूर्णिमा कुमारी उर्फ सपना से हिंदू रीति रिवाज के अनुसार दो वर्ष पूर्व तय हुई थी। जिसके बाद दोनों में बातचीत शुरु हो गई और दोनों एक दूसरे से प्यार करने लगे। दोनों का चकाई बाजार और देवघर आना जाना सहित भेंट मुलाकात का सिलसिला जारी रहा। लेकिन इसी बीच मुकेश ने पिछले साल बीपीएससी एग्जाम क्लियर कर शिक्षक पद के लिए चयनित हो गया और ट्रेनिंग उपरांत पिछले छह महीने से गिद्धौर प्रखंड के उत्क्रमित मध्य विद्यालय बनझुलिया में सहायक शिक्षक के पद पर कार्यरत था।
पूरे मामले को लेकर लड़की पूर्णिमा का कहना है कि शादी ठीक होने के एक साल बाद तक सबकुछ ठीक था। लेकिन मुकेश का जैसे ही बीपीएससी एग्जाम क्लियर किया और शिक्षक बना उसके हावभाव बदल गए। पिछले पांच महीनो से न मेरा फोन उठा रहा था न ही मुझसे कोई जान पहचान रखना चाह रहा था। जिससे मेरे घर वाले परेशान होने लगे।जबकि कई बार गांव में भी पंचायत बुलाई गई और मुकेश और उसके परिजनों को बहुत समझाया गया था। लेकिन मुकेश बात मानने को तैयार नहीं था।
वह शादी तोड़ने की जिद पर अड़ा था, जिसके बाद मेरे द्वारा अपने घरवालों की मदद से बुधवार की रात्रि गिद्धौर बाजार के दो नंबर रोड में किराए के मकान पर रह रहे मुकेश को निकाला गया और एतिहासिक पंच शिव मंदिर में हिंदू रीति रिवाज के अनुसार उससे शादी कर ली गई। बहरहाल इस शादी से दुल्हन काफी खुश है।