जहानाबाद में नामांकन रद्द होने से नाराज प्रत्याशी ने खोया आपा, पुलिस वालों से ही कर लिया दो-दो हाथ, खूब बवाल
बिहार के जहानाबाद से बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है जहां अपना नामांकन रद्द होने से नाराज निर्दलीय प्रत्याशी अभिषेक दांगी ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए पुलिस वालों से ही उलझ पड़े।
JEHANABAD: बिहार के जहानाबाद से बड़ी खबर निकलकर सामने आ रही है जहां अपना नामांकन रद्द होने से नाराज निर्दलीय प्रत्याशी अभिषेक दांगी ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए पुलिस वालों से ही उलझ पड़े। अभिषेक दांगी नामांकन खारिज होने के कारणों का पता लगाने के लिए जिलाधिकारी से मिलना चाह रहे थे। जिसके डीएम के कार्यालय के बाहर खड़े पुलिस वालों ने उन्हें धक्के देकर बाहर निकाल दिया। जिसके बाद समाहरणालय परिसर में हंगामा खड़ा हो गया।
यह है पूरा मामला
दरअसल, बिहार के जहानाबाद लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में नामांकन करने वाले अभिषेक दांगी को जब मालूम हुआ कि उनका नामांकन पत्र कुछ कारण से रद्द कर दिया गया तो वह अपना आपा खो बैठे. इस दौरान अभिषेक दांगी ने जिलाधिकारी के कार्यालय पहुंचकर नामांकन पत्र रद्द किए जाने के कारण जानने का प्रयास किया तो जिलाधिकारी के मुख्य द्वार पर तैनात पुलिस कर्मियों ने उन्हें जिलाधिकारी के कार्यालय में जाने से रोक दिया। इस दौरान पुलिस और निर्दलीय प्रत्याशी अभिषेक दांगी के बीच जमकर हाथापाई हुई. इस दौरान पुलिस ने उन्हें धकेल कर जिलाधिकारी के कार्यालय से बाहर कर दिया।इ
स घटना से आहत अभिषेक दांगी ने मामले को कोर्ट में ले जाने की बात कही है. निर्दलीय प्रत्याशी अभिषेक दांगी ने बताया कि हमने अपना नामांकन पत्र सही-सही भरा था, लेकिन एक साजिश के तहत मेरा नामांकन पत्र रद्द कर दिया गया. जब इसकी जानकारी प्राप्त करने के लिए जिलाधिकारी से मिलने का प्रयास किया तो मेरे साथ पुलिस वालों ने हाथापाई की. अभिषेक दांगी का कहना है कि वह इस मामले को अब कोर्ट ले जाएंगे. जहां से उन्हें न्याय मिलने की उम्मीद है.
वहीं, डीएम अलंकृता पांडे का कहना है कि कुल 40 उम्मीदवारों ने नामांकन पत्र दाखिल किया था, जिसमे से 23 लोगों का नामांकन चुनाव आयोग के गाइडलाइन पूरा नहीं करने के कारण रद्द कर दिया गया है.