गया में दुर्गा पूजा पर शहर की सफाई व्यवस्था की तैयारियों में लापरवाही देख बिफ़रे मेयर-डिप्टी मेयर समेत स्टैंडिंग कमेटी सदस्य
शहर में दुर्गा पूजा का उत्साह शहरवासियों में जोर शोर से है, तो दूसरी ओर नगर निगम के अधिकारी सफाई व्यवस्था के प्रति लापरवाह है। यही वजह है कि निगम के अधिकारियों द्वारा दुर्गा पूजा जैसे महत्वपूर्ण पर्व के मौके पर भी सफाई की पर्याप्त व्यवस्था नहीं की गई है।
GAYA: गया शहर में दुर्गा पूजा का उत्साह शहरवासियों में जोर शोर से है, तो दूसरी ओर नगर निगम के अधिकारी सफाई व्यवस्था के प्रति लापरवाह है। यही वजह है कि निगम के अधिकारियों द्वारा दुर्गा पूजा जैसे महत्वपूर्ण पर्व के मौके पर भी सफाई की पर्याप्त व्यवस्था नहीं की गई है।
शनिवार को जीडीआरडी कार्यालय में पहुंचे मेयर वीरेंद्र कुमार उर्फ गणेश पासवान, डिप्टी मेयर चिंता देवी, स्टैडिंग कमेटी के सदस्य डॉ. अखौरी ओंकार नाथ उर्फ मोहन श्रीवास्तव समेत पार्षदों ने पाया कि दुर्गा पूजा जैसे पर्व के अवसर पर भी निगम के अधिकारियों द्वारा किसी प्रकार की तैयारी नहीं की गई है, जबकि दशहरे पर्व को लेकर पूर्व में निर्णय लिया गया था, कि त्यौहार में सफाई व्यवस्था की ठोस व्यवस्था रहेगी, लेकिन लिए गए निर्णय को निगम के अफ़सरों ने हवा हवाई कर दिया। इसे देखकर मेयर-डिप्टी मेयर, स्टैडिंग मेम्बर समेत पार्षद बिफर पड़े।
गया के मेयर वीरेंद्र कुमार उर्फ गणेश पासवान ने कहा कि हम जनप्रतिनिधियों को जनता को जवाब देना पड़ता है, कि क्या-क्या व्यवस्थाएं रखी गई है, क्योंकि हमारा सीधा जनता से जुड़ाव होता है। किंतु निगम के पदाधिकारी काम नहीं कर रहे हैं। सफाई व्यवस्था को चौपट किए हुए हैं। यहां तक की दुर्गा पूजा जैसे पर्व के मौके पर भी सफाई व्यवस्था की स्थिति चौपट कर दी गई है। वार्डों में सफाई कर्मी की तैनाती नहीं की गई है। कहीं की भी गई है तो छिटपुट की संख्या में रखी गयी है, जो कि पर्याप्त नहीं है। यदि इसी तरह की व्यवस्था रही तो शहर में कूड़े का अंबार लग जाएगा और शहर के साथ-साथ हम प्रतिनिधियों की छवि खराब हो जाएगी। इस तरह की व्यवस्था से कहा कि पिछले 15 वर्षों से या यूं कहें कि लंबे अरसे से जमे हुए निगम के पदाधिकारी यह समझ रहे हैं कि वे जो चाहेंगे वही करेंगे, लेकिन हम लोग ऐसा नहीं होने देंगे। अब वही होगा जो काम करेगा, वही अधिकारी निगम में रहेगा, नहीं तो उसका ट्रांसफर निश्चित की जाएगी।
उन्होंने कहा कि हम लोग आपात विशेष बोर्ड की बैठक कर दशहरे में लापरवाही दिखाने वाले निगम के अधिकारियों के वेतन को रोकने का काम करेंगे। इसके लिए नगर आयुक्त से भी मांग करते हैं कि वह ऐसे पदाधिकारी को अतिशीघ्र हटाए। इधर डिप्टी मेयर चिंता देवी ने कहा कि वह सफाई व्यवस्था को लेकर कोई बात कहते हैं तो उन्हें गाली तक सुननी पड़ती है। निगम में सिर्फ अफसरशाही रवैया व्याप्त है। वहीं इस तरह की व्यवस्था से नाराज पूर्व डिप्टी मेयर सह सह सशक्त स्थाई समिति के सदस्य मोहन श्रीवास्तव ने कहा कि इस तरह की व्यवस्था हम लोग बर्दाश्त नहीं करेंगे। दुर्गा पूजा के बाद 26 या 27 तारीख को हम लोग विशेष बोर्ड की बैठक करेंगे और निर्णय लेंगे। कहा कि शहर के लोग टैक्स देते हैं। किंतु उस टैक्स से वेतन उठाने वाले इस निगम के उप नगर आयुक्त, सफाई नोडल पदाधिकारी, उप नोडल, सफाई से जुड़े इंस्पेक्टर और जमादार अपनी जवाब देही को नहीं समझ रहे हैं। दुर्गा पूजा जैसे धार्मिक पर्व के मौके पर भी उन्होंने सफाई की कोई व्यवस्था नहीं की है, जिससे होने वाली स्थिति को समझा जा सकता है।
उन्होंने कहा कि ठेला, गाड़ी, डस्टबिन जैसे संसाधन है, लेकिन इसे लेकर कौन जाएगा। इसकी कोई व्यवस्था नहीं की गई है। एक वार्ड में चंद सफाई कर्मी ही रखे गए हैं, जबकि दर्जनों की जरूरत होती है। शैलेंद्र कुमार, दिनकर प्रसाद, चंद्रमोहन उर्फ चिंटू जिनके ऊपर सफाई की जिम्मेदारी है, वह कहीं नजर भी नहीं आ रहे हैं। यह भी कहा कि नगर निगम में कुछ लोग आंतरिक तौर से स्वच्छता अभियान, निगम के दुश्मन बने हुए हैं। ऐसे लोगों को हम बर्दाश्त नहीं करेंगे। स्पेशल बैठक में निर्णायक निर्णय लिए जाएंगे।
गया से अभिषेक कुमार की रिपोर्ट