पटना में शिव मंदिर में ताला लगे गेट को जेसीबी से तोड़ा गया, जानिए क्या है मामला..?
जहां एक तरफ भव्य राम मन्दिर बन रही है, वहीं एक तरफ कई वर्षों से भगवान शंकर को कैद अतिक्रमण कर रखा था। राजधानी पटना के दानापुर में रामजीचक स्थित शिव मंदिर के गेट पर ताला लगाकर बंद कर दिया गया था..
PATNA: जहां एक तरफ भव्य राम मन्दिर बन रही है, वहीं एक तरफ कई वर्षों से भगवान शंकर को कैद अतिक्रमण कर रखा था। राजधानी पटना के दानापुर में रामजीचक स्थित शिव मंदिर के गेट पर ताला लगाकर बंद कर दिया गया था। जिला दंडाधिकारी के निर्देश पर दंडाधिकारी व पुलिस बल ने जेसीबी से ताला लगे गेट को तोड़कर हटा दिया गया। दंडाधिकारी सह पटना सदर सीओ जितेंद्र पाण्डेय, नोडल पदाधिकारी अजीत शुक्ला व अमित कुमार, नप के कार्यपालक पदाधिकारी जगन्नाथ यादव व पुलिस की देखरेख में शिव मंदिर के बंद दरवाजे को खोला गया।
सीओ जितेंद्र पाण्डेय ने बताया कि बिहार राज्य धार्मिक न्याय पार्षद के पत्रांक 3067 दिनांक 4 दिसंबर 23 केआलोक में शिव मंदिर रामजीचक को देवेंद्रनाथ पुरी द्वारा अवैध रूप षडयंत्र के तहत मंदिर के भूमि का दुरूपायोग किये जाने की सूचना मिली थी। मंदिर के गेट में ताला बंद कर दिया गया था। जिस पर जिला दंडाधिकारी द्वारा दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी समेत पुलिस बल को प्रतिनियुक्त किया गया। सीओ ने बताया कि जिला दंडाधिकारी के आदेश के आलोक में रामजीचक शिव मंदिर के बंद गेट का ताला तोड़ा गया।
वहीं अधिवक्ता परमहंस कुमार पुरी का कहना है कि यह मेरे पूर्वजों की जमीन पर मंदिर है और हाई कोर्ट में मामला लंबित है। मेरा पसर्नल मंदिर है। बिना नोटिस दिये प्रशासन ने इसे तोड़ा है।
परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी जगन्नाथ यादव ने बताया कि मंदिर के गेट का ताला तोड़ा गया और चारदीवारी भी ध्वस्त की गयी। मंदिर कमिटी के कोषाध्यक्ष अमित कुमार ने बताया कि देवेंद्रनाथ पुरी शिव मंदिर की जमीन पर अतिक्रमण किये हुए थे। मंदिर के गेट पर ताला बंद कर दिया गया था। जिससे आम लोगों मंदिर में पूजा-अर्चना करने नहीं जा पा रहे थे।
दानापुर से रजत राज की रिपोर्ट