ब्रांड प्रोटेक्शन की सूचना पर पटना पुलिस और ड्रग विभाग ने नकली दवाओं का बड़ा खेप किया बरामद, 4 गिरफ्तार
राजधानी पटना के दीघा थाना क्षेत्र से सामने आया है। जहां पुलिस ने बड़ी मात्रा में नकली दवाओं के जखीरे के साथ चार युवकों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई ब्रांड प्रोटेक्शन की गुप्त सूचना पर की गई थी।
PATNA: बिहार में शराब पर तालाबंदी के बाद से प्रदेश में नशीली और नकली दवाओं के कारोबार आसमान छूने लगा है। एक तरफ जहां नकली शराब की तस्करी जोरों पर है वहीं, राज्य में नशीली व नकली दवाओं की खेप पहुंच रही है। इसमें युवा सबसे अधिक सक्रिय हैं। वहीं ब्रांड प्रोटेक्शन सर्विसेज प्रा. लि. जैसी कंपनी ने नशीली और नकली दवाओं के कारोबारियों का बंटाधार किए हुए है। ताजा मामला राजधानी पटना के दीघा थाना क्षेत्र से सामने आया है। जहां पुलिस ने बड़ी मात्रा में नकली दवाओं के जखीरे के साथ चार युवकों को गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई ब्रांड प्रोटेक्शन की गुप्त सूचना पर की गई थी।
आपको बता दें कि ब्रांड प्रोटेक्शन ने पिछले कई दिनों से नकली और नशीली दवाइयों के सौदागरों पर नजर बनाए हुई थी। बुधवार को ब्रांड प्रोटेक्शन की सूचना पर दीघा थाने की पुलिस और ड्रग विभाग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नकली और नशीली इंजेक्शन की बड़ी खेप बरामद किया। जिसमें चार युवकों की गिरफ्तारी हुई है, गिरफ्तार किए गए लोगों में अमन कुमार, सुजीत कुमार, सुमित कुमार व रोहित कुमार शामिल हैं। ये चारों दीघा इलाके के रहने वाले हैं।
मौके पर इन लोगों के पास से डुप्रीनोरफिन दवा की 690 वायल, एविल की 670 वायल, हिमालया कंपनी का लिव-52 सिरप, एल्केम कंपनी का पैन डी, पैन 40, सिपला कंपनी का इन्हेलर, रैकेट बेनकाइजर का डिस्प्रीन, और आइटीसी का सेवलॉन बरामद किया गया है।
जिसकी कीमत लाखों रुपये की बतायी जा रही है। पुलिस ने इन सातों के खिलाफ नशीला इंजेक्शन का धंधा करने का दीघा थाने में केस दर्ज किया है। चार को गिरफ्तार कर लिया गया है और तीन अन्य को पकड़ने के लिए छापेमारी की जा रही है।