सीएम नीतीश ने किया लालू यादव के बयान का खंडन, बोले- हमने उनका अभिवादन किया,पर इसका मतलब ये नहीं है कि हम उनके साथ आ रहे हैं...
हम पक्ष और विपक्ष में रहते हुए एक दूसरे का सम्मान करते रहते हैं. विधानसभा मे मुलाकात होने के दौरान भी हमने उनका अभिवादन किया,पर इसका मतलब ये नहीं है कि हम उनके साथ आ रहे हैं. महागठबंधन से अलग होने के बाद ही हमने स्पष्ट कर दिया है कि अब वे कहीं आने-जाने वाले नहीं हैं.
PATNA:- बिहार सीएम नीतीश कुमार ने लालू प्रसाद यादव के उस बयान का खंडन किया हैं, जिनमें उन्होंने कहा है की नीतीश कुमार के लिए हमेशा दरवाजा खुला रहेगा. भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देने के बाद मीडिया से बात करते हुए नीतीश कुमार ने कहा- हम पक्ष और विपक्ष में रहते हुए एक दूसरे का सम्मान करते रहते हैं. विधानसभा मे मुलाकात होने के दौरान भी हमने उनका अभिवादन किया,पर इसका मतलब ये नहीं है कि हम उनके साथ आ रहे हैं. महागठबंधन से अलग होने के बाद ही हमने स्पष्ट कर दिया है कि अब वे कहीं आने-जाने वाले नहीं हैं. साथ ही राजद मंत्रियों के विभाग की जांच कराने के आदेश पर नीतीश कुमार ने कहा कि अगर कहीं कुछ गड़बड़ी होगी तो उसकी जांच जरूरी है.
बता दें, सीएम नीतीश कुमार मंत्रिमंडल विस्तार और विश्वासमत के दौरान सदन से गायब रहने वाले जदयू विधायकों की जांच और कार्रवाई के सवाल पर कुछ भी नहीं बोले. उन्होंने कहा- मंत्रिमंडल मे उनके अलावा 8 मंत्री हैं और वे लोग काम कर ही रहे हैं और समय आने पर मंत्रिमंडल विस्तार भी हो ही जायेगा.
वही, भारत रत्न स्व. कर्पूरी ठाकुर की चर्चा करते हुए सीएम ने कहा- उनका सानिध्य लगातार उन्हें मिलता रहा था. कुछ लोग बीच में उनकी जन्मतिथि और पुण्यतिथि मनाना छोड़ दिए थे,पर जब हम सरकार में आये तो उनके जन्म तिथि और पुण्यतिथि पर राजकीय समारोह का आयोजन शुरू करवाया. उनके पिछड़ा और अति पिछड़ा की सोच को हमने आगे बढ़ाया है. केन्द्र सरकार ने उन्हें भारत रत्न दिया तो काफी खुशी हुई. साथ ही उन्होंने कहा कि, कर्पूरी ठाकुर ने शराबबंदी को लागू करवाया था पर बाद में उनको मजबूरी में हटानी पड़ी थी पर हमलोगों ने उनकी सोच को आगे बढ़ाते हुए शराबबंदी लागू की.
मालूम हो, INDIA गठबंधन के लगातार कमजोर होते जाने के सवाल पर सीएम नीतीश ने कहा- गठबंधन को एकजुट करने के लिए उन्होंने काफी प्रयास किया. हम उस गठबंधन को दूसरा नाम देना चाह रहे थे पर उनलोगों ने INDIA नाम दे दिया. अब वहां क्या हो रहा है. कौन आ रहा और कौन जा रहा है. इससे अब हमको ज्यादा मतलब नहीं है. राहुल गांधी द्वारा लगातार जातीय गणना की चर्चा करने और क्रेडिट लेने के सवाल के जवाब में नीतीश कुमार ने तंज कसते हुए कहा कि उनके बयान का कोई मतलब नहीं है. बिहार मे जातीय गणना किसने करवाई. ये बाते सभी लोग जानते हैं.