राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष की हत्या पर आनंद मोहन बौखलाए, हत्या के बदले हत्या की कर दी डिमांड

जपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या पर बिहार के बाहुबली नेता और पूर्व सांसद आनंद मोहन ने हुंकार भरी है। बौखलाए आनंद मोहन ने मौत के बदले मौत की डिमांड कर दी है। गुरुवार को सहरसा जिले के पंचगछिया गांव में अपनी भतीजी में शामिल होने पहुंचे आनंद मोहन ने राजस्थान सरकार पर जमकर भड़ास निकाली है।

राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष की हत्या पर आनंद मोहन बौखलाए, हत्या के बदले हत्या की कर दी डिमांड

SAHARSA: राजपूत करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की हत्या पर बिहार के बाहुबली नेता और पूर्व सांसद आनंद मोहन ने हुंकार भरी है। बौखलाए आनंद मोहन ने मौत के बदले मौत की डिमांड कर दी है। गुरुवार को सहरसा जिले के पंचगछिया गांव में अपनी भतीजी में शामिल होने पहुंचे आनंद मोहन ने राजस्थान सरकार पर जमकर भड़ास निकाली है। उन्होंने गोगामेड़ी की हत्या को कायराना हरकत करार दिया है। घटना की निंदा करते हुए पूर्व सांसद ने कहा कि गोगामेड़ी मर्द था, वो एक शेर दिल इंसान थे, और शेर जैसे मर्द की मौत पर मातम नहीं मनाते बल्कि बदला लिया जाता है।

आनंद मोहन ने करणी सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष सुखदेव सिंह गोगामेड़ी को राजपूत समाज को बड़ा नेता बताया। उन्होंने कहा कि गोगामेड़ी कोई भू-माफिया नहीं थे, ना ही कोई बिल्डर थे, यहां तक की उनकी किसी अपराधिक घटना में संलिप्तता नहीं थी। पूर्व सांसद ने राष्ट्रीय अध्यक्ष की हत्या करने वाले अपराधियों को कायर बताया। उन्होंने कहा कि हत्या के लिए एके 47 खरीदे गए थे, कुछ बड़े गैंग को सुपारी दी गई थी। ये सब जानकारी रहते एक व्यक्ति की हत्या कर दी जाती है। इसमें बहुत दूर की बातें हैं और कहीं न कहीं राजनीतिक कनेक्शन है।

वहीं आनंद मोहन हत्या के टाईम को शातिर दिमाग की उपज बताया है। उन्होंने कहा कि जब कोई सरकार जाती है और दूसरी सरकार आने वाली होती और इस बीच किसी का ओथ नहीं हुआ हो, ऐसा समय चुनना किसी शातिर की उपज ही हो सकती है। इसकी सिर्फ निंदा नहीं की जा सकती है. इस पर सिर्फ मातम नहीं मनाया जा सकता है. हम सभी पूरा समाज यही डिमांड कर रहे हैं कि मौत के बदले मौत हो।

आनंद मोहन ने कहा कि ये किसी के लिए कायराना हरकत होगा। सुखदेव सिंह गोगामेड़ी की मौत एक शानदार मौत है. सीने पर गोली खा करके और किसी ने धोखे से मारा है। सीने पर मारा है ये समाज के लिए मरा है। समाज इसे कभी नहीं भूलेगा।