बिहार में पुलिस वालों का परिवार भी सुरक्षित नहीं, आरा में हवलदार के बेटे की गोली मारकर हत्या, शव को जलाकर फेंका
बिहार में अगर जंगलराज रिटर्न की बात कही जाए तो शायद गलत नहीं होगा, क्योंकि यहां आम इंसान तो आम अब पुलिस वालों के परिवार भी सुरक्षित नहीं हैं। ताजा मामला आरा से सामने आया है जहां पुलिस हवलदार के बेटे की ही अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी।
ARA: बिहार में अगर जंगलराज रिटर्न की बात कही जाए तो शायद गलत नहीं होगा, क्योंकि यहां आम इंसान तो आम अब पुलिस वालों के परिवार भी सुरक्षित नहीं हैं। ताजा मामला आरा से सामने आया है जहां पुलिस हवलदार के बेटे की ही अपराधियों ने गोली मारकर हत्या कर दी। इतना ही नहीं शव की शिनाख्त ना हो सके इसके लिए हत्यारों ने शव पर पेट्रोल डालकर उसे जलाने की कोशिश की। जिसके बाद लाश को बोरी में भरकर कुरवा नदी में फेंक दिया।
मृतक की पहचान 18 वर्षीय ओमकेश सिंह के रुप में हुई है। मृतक के पिता नागेंद्र सिंह सहरसा के सिमरी बख्तियारपुर थाने में हवलदार हैं। पुलिस ने ओमकेश सिंह के शव को चौथे दिन सोमवार को नदी किनारे से बरामद किया। परिवार ने ओमकेश सिंह दोस्तों पर उसके हत्या का आरोप लगाया है। हत्या के पीछे के कारण अभी साफ नहीं हो पाया है।
मिली जानकारी के अनुसार युवक शुक्रवार की शाम में अपने घर से निकला था। देर रात में घर नहीं पहुंचने पर परिवार वालों ने खोजबीन शुरु की लेकिन कुछ पता नहीं चला। बाद में खोजबीन बढ़ाने पर पता चला कि उसके एक दोस्त ने ही घटनास्थल पर उसे छोड़कर आया था। पूछताछ पर उसने कहा कि घटनास्थल पर नदी किनारे लाकर छोड़ा था और वह भूंजा लाने चल गया था। उसके बाद वह वापस नहीं आया था।
परिजन और पुलिस घटनास्थल पर पहुंचे जहां से युवक का खून से लथपथ टी-शर्ट मिला था. इसके बाद सोमवार की सुबह उसका शव नदी के किनारे से मिला। बोरी के अंदर बांध कर ईंट से शव को दबाया गया था। मुंह जला हुआ था. ऐसा लग रहा था कि उसके ऊपर अल्कोहल या पेट्रोल डालकर उसे जलाया गया है। उसके सीने में गोली मारने की भी बात कही गई है।
वहीं इस पूरे मामले में ममेरे भाई विकास कुमार ने युवक के आरोपी पांच दोस्तों पर ही उसकी हत्या का आरोप लगाया है। पुलिस ने मृतक के शरीर में उसके दाहिने कमर, पीठ, हाथ, बाया कान, कंधा, गर्दन कटा सीने में एक छेद का निशान पाया है. पुलिस का कहना है कि मामले की जांच हो रही है।