पटना में आधी रात अपराधियों ने दुकान खुलवाकर मांगी सिगरेट, मना करने पर दुकानदार को मारी गोली, मौत
बिहार में अपराधियों का वर्चस्व कायम है, आपको बता दें कि अपराधियों का मनोबल इस कदर बढ़ गया है कि उसे ना ही पुलिस का भय है और ना ही कानून का, जिसे जब चाहा उसे तब टपका दिया। रविवार की देर रात की ही बात करें तो अपराधियो ने दो भाइयों को गोली मार दी उसके बाद अपराधी हवा में फायरिंग करते हुए फरार हो गए। मामला फतुहा थाना क्षेत्र के मकसूदपुर की है, जहां बीती देर रात व्यक्ति को गली मार दी है।
PATNACITY/PATNA: बिहार में अपराधियों का वर्चस्व कायम है, आपको बता दें कि अपराधियों का मनोबल इस कदर बढ़ गया है कि उसे ना ही पुलिस का भय है और ना ही कानून का, जिसे जब चाहा उसे तब टपका दिया। रविवार की देर रात की ही बात करें तो अपराधियो ने दो भाइयों को गोली मार दी उसके बाद अपराधी हवा में फायरिंग करते हुए फरार हो गए। मामला फतुहा थाना क्षेत्र के मकसूदपुर की है, जहां बीती देर रात व्यक्ति को गली मार दी है।
बताया जाता है व्यक्ति का नाम रमन दास है, जहां अपराधियों ने गोलियों की बौछार कर दी। वहीं रमन के एक अन्य भाई रुदल दास गोली लगने के बाद घायल अवस्था में इलाज़ के लिए NMCH में भर्ती कराया गया। जिसमें एक व्यक्ति की मौत हो जाती। पूरा मामला सिगरेट को लेकर हुआ है।
मिली जानकारी के अनुसार रमन दास अपने घर के पास किराने की दुकान चलाते हैं, रात काफी हो चली थी तो रमन ने दुकान बंद कर दी, तभी एक ही बाइक पर सवार तीन लोग आते है और रमन के घर का दरवाजा खोलवाते है और कहते है कि सिगरेट पीना है जल्दी दो, इसपर रमन ने दुकान बंद का हवाला दिया और सिगरेट देने से इंकार कर दिया। तब उन तीनों अपराधियो में से एक ने रमन के सीने में गोली दाग दी एवं उसके भाई को हाथ में गोली मार दी। जिसके बाद तीनों अपराधी मौके से फरार हो गए। इस घटना में रमण दास की मौके पर ही मौत हो गयी औऱ उसके भाई रुदल दास को इलाज़ के लिए NMCH में भर्ती कराया गया है। वहीं रमन की मां ने कहा कि 5 से 6 गोली मारी गयी है।
डीएसपी फतुहा ने कहा कि बीती रात मकसूदपुर में दो भाइयों को सिगरेट नही देने पर गोली मार दी गयी। जिसमें एक की मौत और एक घायल बताया जा रहा है। फिलहाल अपराधियों की धर पकड़ के लिए छापेमारी की जा रही है। मौके पर बीती रात ग्रामीण एसपी रौशन कुमार भी पहुंच कर मामले कि जानकारी ली है। अब देखना होगा कि घटना में शामिल अपराधी कबं तक पुलिस के पकड़ में आते है।
पटना सिटी से अनिल कुमार की रिपोर्ट