‘अशोक चौधरी की क्लास लगाएं सीएम नीतीश’ भूमिहार पर मचे घमासान पर आरसीपी सिंह ने किया बड़ा डिमांड

मंत्री अशोक चौधरी के बयान पर पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने कहा मंत्री पद पर रहकर इस तरह का बयान देना दुःख है सबके सामने बयान को वापस ले और माफी मांगे नहीं तो सीएम नीतीश कुमार क्लास ले।

‘अशोक चौधरी की क्लास लगाएं सीएम नीतीश’ भूमिहार पर मचे घमासान पर आरसीपी सिंह ने किया बड़ा डिमांड

PATNA: मंत्री अशोक चौधरी के बयान पर पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने कहा मंत्री पद पर रहकर इस तरह का बयान देना दुःख है सबके सामने बयान को वापस ले और माफी मांगे नहीं तो सीएम नीतीश कुमार क्लास ले।

बिहार सरकार में जदयू कोटे से मंत्री अशोक चौधरी के द्वारा दिए गए भूमिहार को लेकर बयान पर बिहार में राजनीति गरमा गई है जहां इस बयान को लेकर जदयू में घमासान मचा हुआ है तो वहीं भाजपा के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने बयान को लेकर कहा कि मंत्री पद पर रहकर इस तरह का बयान देना काफी दुखद है उन्हें सबके सामने माफी मांगनी होगी और बयान को वापस लेना होगा नहीं तो खुद प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अपने मंत्री अशोक चौधरी का क्लास ले।

दरअसल पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह पटना के बिहटा का अमहरा गांव पहुंचे थे जहां पर सबसे पहले मां वन देवी मंदिर में पूजा अर्चना किया। उसके बाद अमहरा गांव पहुंचकर जनसंवाद में भाग भी लिया और लोगों की समस्या को लेकर बातचीत भी किया।साथ ही प्रदेश में शुरू हुए जमीन सर्वे को लेकर भी आरसीपी सिंह ने आ रहे समस्या को लेकर किसानों से बातचीत भी किया।

इधर पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह ने बिहार के जदयू कोटे से मंत्री अशोक चौधरी के द्वारा दिए गए बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा की इस तरह का बयान देना कहीं से भी उचित नहीं है। प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जो पिछले 19 सालों से बिहार के विकास को लेकर सभी समाज के वर्गों के लोगों के साथ काम कर रहे हैं और उनके विकास का पहचान समावेशी विकास और समावेशी समाज से उनका पहचान होता है अगर ऐसे में उनके मंत्री व्यक्तिगत बयान देते हैं तो आने वाले समय में उन्हीं को हानि होगा।इसलिए इस तरह बयान से बचना चाहिए और बयान अशोक चौधरी जी ने दिया है तो उन्हें बयान को वापस लेना होगा और सबके सामने माफी मांगना होता. नहीं तो प्रदेश के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार उनकी क्लास ले।

दानापुर से रजत राज की रिपोर्ट