बिहार में पीएम मोदी से पहले आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का आगमन, आज से 4 दिन पटना में रहेंगे, जानिए पूरा कार्यक्रम
प्रधानमंत्री मोदी से पहले आरएसएस चीफ मोहन भागवत भी बिहार दौरे पर गुरुवार (29 फरवरी) को पटना पहुंच रहे हैं। बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना नागपुर में विक्रम संवत 1982 (1925 ई।) को विजयादशमी के दिन की गई थी, आगामी वर्ष संघ स्थापना का शताब्दी वर्ष है।
PATNA: 2024 लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार के राजनीतिक गलियारे में हलचल तेज हो गई है। जोड़-तोड़ के साथ पार्टियां अपनी गोटियां सेट करने में जुट चुकी है। दो मार्च को पीएम नरेंद्र मोदी बिहार दौरे पर आएंगे तो वहीं तीन मार्च को पटना के गांधी मैदान में महागठबंधन की महारैली है. इस बीच प्रधानमंत्री मोदी से पहले आरएसएस चीफ मोहन भागवत भी बिहार दौरे पर गुरुवार (29 फरवरी) को पटना पहुंच रहे हैं। बता दें कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की स्थापना नागपुर में विक्रम संवत 1982 (1925 ई।) को विजयादशमी के दिन की गई थी, आगामी वर्ष संघ स्थापना का शताब्दी वर्ष है।
मोहन भागवत का चार दिवसीय बिहार दौराः संघ का लक्ष्य है कि शताब्दी वर्ष तक संघ की शाखा प्रत्येक खंड में प्रारंभ हो। इसी कार्यक्रम को लेकर मोहन भागवत का प्रवास हो रहा है, हालांकि इसे 2024 की तैयारी के लेहाज से भी अहम माना जा रहा है। यह वर्ष संघ का निर्वाचन वर्ष है। प्रत्येक 3 वर्ष पर संघ के पदाधिकारियों का निर्वाचन स्वयंसेवक करते हैं।
प्रदेश में कई बैठकें करेंगे सर संघचालकः मोहन भागवत संघ के नव निर्वाचित पदाधिकारियों के साथ आगामी 3 वर्षों के लक्ष्य पर चर्चा करेंगे। इसके साथ गत 3 वर्षों के कार्यों की समीक्षा भी करेंगे। इस 4 दिन में लगभग एक दर्जन से ज्यादा बैठकें होगीं। 3 मार्च को सुबह पटना महानगर के स्वयंसेवकों को संबोधित करेंगे। हालांकि मोहन भागवत का ये राजनीतिक दौरा नहीं है, फिर भी 2024 के चुनाव को लेकर उनकी ये बैठकें अहम मानी जा रही हैं।