बिहार के इस लाल ने किया कमाल बेजुबान को दे दी जुबान, काम देख राज्यपाल ने किया सम्मानित
इंसानों की कीमत तो हम सभी जानते हैं लेकिन क्या कभी हमने जानवरों की कीमत के बारे में समझने की कोशिश की बेजुबानों की कीमत तो समझना यह हर किसी की बस की बात नहीं होती है ऐसा ही कुछ खगौल गाड़ीखाना स्थित स्नातक के छात्रा 24 वर्षीय वर्षा राज और स्नातक के छात्र 25 वर्षीय आशीष मिश्रा
NBC24 DESK - इंसानों की कीमत तो हम सभी जानते हैं लेकिन क्या कभी हमने जानवरों की कीमत के बारे में समझने की कोशिश की बेजुबानों की कीमत तो समझना यह हर किसी की बस की बात नहीं होती है ऐसा ही कुछ खगौल गाड़ीखाना स्थित स्नातक के छात्रा 24 वर्षीय वर्षा राज और स्नातक के छात्र 25 वर्षीय आशीष मिश्रा की है पटना और दानापुर आसपास के भटकने वाले जानवर को पेट भरने और घायल जानवर को इलाज कर अनूठी पहल पिछले चार साल से कर रहे है।कई ऐसे संस्थान द्वारा उन्हें सम्मानित भी किया जा चुका है।तो वही पत्रकार सम्मान समारोह में बिहार के राज्यपाल राजेंद्र ओलेकर के द्वारा बेहतरीन कार्य के लिए सम्मानित किया गया।आशीष मिश्रा ने बताया कि 4 साल से हम लोग सड़क पर ऐसे जानवर है जिसे देख नहीं सकता जो तकलीफ में है। ऐसे जानवरों को हम लोग रेस्क्यू करते हैं।
अभी हमारे पास 30 कुत्ते हैं और एक गाय को रेस्क्यू किया गया था इस गाय को पैर में जख्म था जिसे राजीव नगर इलाके से इस गाय को रेस्क्यू करके यहां हमने लाया और इसका बेहतर उपचार किया। आशीष मिश्रा ने बताया मैं ट्यूशन पढ़ता हूं और पार्ट टाइम मैनेजमेंट का काम करता हूं तो उसे जो पैसा आता है मैं इन बेजुबान जानवरों पर खर्च कर देता हूं। 24 वर्षीय वर्षा राज इवेंट वगैरा में गाना गाकर पॉकेट खर्च आता है उसे इन बेजुबान जानवरों पर खर्च करते हैं। किसी न किसी उद्देश्य के लिए लोग आए हैं इस धरती पर शायद मेरा उद्देश्य यही है जो 4 साल से में इस कार्य को कर रही हूं इस संस्था का नाम अपना फाउंडेशन रखा है जो की 2022 में इसका रजिस्ट्रेशन किया गया। जानवरों के साथ पक्षियों को भी रेस्क्यू किया गया है। वर्षा राज ने बताया है
कि एक ऐसा कुत्ता जो आंख से देखा नहीं सकता है उसे कुत्ते को मैं यहां लाकर पाल और उसका इलाज किया। वही आशीष मिश्रा ने बताया है कि सड़क पर एक कुत्ते को रेस्क्यू किया गया था जो किसी वाहन के चपेट में आने से उसका पैर जख्मी हो गया इसके बाद इलाज किया गया और वह बूरी तरह कर चुका था जिसे इलाज कर उसका एक पर को हटा दिया गया फिलहाल और वह तीन टांग पर चल रहा है इस तरह से कई कुत्ते को रेस्क्यू किया गया है फिलहाल हमारे पास अभी एक गाय 30 कुत्ता पक्षी गिलहरी कई ऐसे जानवर को रेस्क्यू किया जा चुका है। इस बेहतर कार्य के लिए आगे भी हम लोग तत्पर हैं। वही लीज पर जमीन लेकर जानवरों के लिए आश्रय घर का निर्माण किया जा रहा है जो कार्य प्रगति पर है।
दानापुर से रजत कुमार की रिपोर्ट