बिहार प्रशासनिक सेवा के 65 अधिकारियों के लिए नीतीश सरकार करने जा रही है यह बड़ा काम, चार साल से पड़ा था पेडिंग
नीतीश सरकार बिहार प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को IAS में प्रमोट करने जा रही है। आपको बता दे कि 4 साल से भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) में प्रोमोशन नहीं हो पाया है। जिसके कारण 70 प्रतिशत पद खाली हैं। अब राज्य सरकार ने इस पर ध्यान दिया है।
जिसके बाद इस वर्ष प्रोमोशन से (बिप्रसे) के 65 अधिकारियों के आईएएस बनने की संभावना है। आपको बताते चलें कि बिहार प्रशासनिक सेवा (बिप्रसे) से राज्य के आईएएस कैडर में प्रोमोशन वाले कुल 101 पद स्वीकृत हैं।
दरअसल 4 सालों से बिप्रसे के अधिकारियों का आईएएस कैडर में प्रोमोशन नहीं हो पाया है यानी की उनका चार साल का बैकलॉग है। बिहार के लिए कुल स्वीकृत आईएएस के पदों में से एक तिहाई पद बिहार प्रशासनिक सेवा (बिप्रसे) के अधिकारियों के प्रोमोशन से भरे जाते हैं। यही कारण है कि इस साल बैगलॉग दूर करने के लिये बिप्रसे के करीब 65 अधिकारियों का आईएएस कैडर में प्रोमोशन होने की पूरी संभावना है।
राज्य में आईएएस के कुल पद 359 स्वीकृत, मात्र 248 हैं कार्यरत
राज्य में आईएएस अधिकारियों की अभी कमी है। कुल स्वीकृत 359 पद में से मात्र 248 पदों पर आईएएस काम कर रहे हैं। इन 248 काम कर रहे आईएएस अधिकारियों में से भी 33 अधिकारी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। बिहार में 215 आईएएस अधिकारी के सहारे काम हो रहा है।

हालात ये है कि आईएएस अधिकारियों की कमी के कारण एक अधिकारी को कई-कई विभागों की जिम्मेदारी मिली हुई है| सर्वोच्च पदों पर तैनात अधिकारियों की बात करें तो मुख्य सचिव और अपर मुख्य सचिव स्तर के 12 अधिकारियों में से 5 के पास दो से अधिक विभागों की जिम्मेवारी है।
गैर-प्रशासनिक सेवा के 7 अधिकारियों को मिला था प्रोमोशन
पिछले साल गैर-प्रशासनिक सेवा के सात अधिकारियों का आईएएस में प्रोमोशन हुआ था। सामान्य प्रशासन विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक इस वर्ष गैर-प्रशासनिक सेवा से 2 अधिकारियों के आईएएस बनने की संभावना है। वैसे राज्य सरकार ने केंद्र से बिहार के लिए और अधिक आईएएस का कोटा निर्धारित करने का आग्रह किया है।
Manshi Pandey