सीएम नीतीश से केके पाठक को पंगा लेना पड़ा महंगा, इतनों दिनों की लंबी छुट्टी पर निकले, इस अधिकारी को मिली जिम्मेदारी

बिहार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक 28 दिनों की लंबी छुट्टी पर चले गये हैं। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा अधिसूचना जारी कर दी गई है। राज्य सरकार ने केके पाठक की छुट्टी को मंजूरी दे दी है।

सीएम नीतीश से केके पाठक को पंगा लेना पड़ा महंगा, इतनों दिनों की लंबी छुट्टी पर निकले, इस अधिकारी को मिली जिम्मेदारी

PATNA: बिहार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक 28 दिनों की लंबी छुट्टी पर चले गये हैं। इस संबंध में सामान्य प्रशासन विभाग द्वारा अधिसूचना जारी कर दी गई है। राज्य सरकार ने केके पाठक की छुट्टी को मंजूरी दे दी है।

जारी अधिसूचना के मुताबिक शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक की दिनांक 03.06.2024 से लेकर 30.06.2024 तक कुल 28 (अट्ठाइस) दिनों की उपार्जित छुट्टी की स्वीकृति प्रदान की गयी है। इसके साथ ही केके पाठक की अनुपस्थिति में उनके दायित्वों का अतिरिक्त प्रभार में डॉ। एस। सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव संभालेंगे।

दरअसल, बिहार शिक्षा विभाग के एसीएस (ACS) केके पाठक की छुट्टी मंजूर कर ली गयी है। शिक्षा विभाग में अपर मुख्य सचिव की ज़िम्मेदारी निभा रहे केके पाठक ने छुट्टी के लिए अर्जी थी दी, जिसे स्वीकार कर लिया गया है। अब केके पाठक के छुट्टी पर चले जाने से बाद से मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव एस। सिद्धार्थ को शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव का प्रभार मिला है। केके पाठक 3 जून से 30 जून तक उपार्जित अवकाश पर रहेंगे।

पाठक की परमानेंट छुट्टी तय

सरकारी सूत्र बता रहे हैं कि केके पाठक की शिक्षा विभाग से स्थायी छुट्टी तय हो गयी है। 4 जून तक चुनाव आचार संहिता लागू है। तब तक कोई भी ट्रांसफर पोस्टिंग करने के लिए राज्य सरकार को चुनाव आयोग से अनुमति लेना पड़ता है। सरकार इस फेरे में नहीं पड़ना चाहती। इसलिए 4 जून तक का इंतजार किया जा रहा है। उसके बाद केके पाठक के ट्रांसफर का आदेश जारी होना तय है। केके पाठक ने लगातार मुख्यमंत्री के आदेश को भी नहीं माना है। राज्यपाल से उनका लगातार टकराव चल रहा है। राज्यपाल भी केके पाठक से काफी नाराज हैं। ऐसे में राज्य सरकार शिक्षा विभाग से उनकी परमानेंट विदाई का फैसला ले चुकी है। सिर्फ आचार संहिता खत्म होने का इंतजार किया जा रहा है।