बिहार के सरकारी स्कूलों की टाइमिंग में हुआ बदलाव, विपक्ष के हंगामे के बाद सीएम नीतीश का बड़ा फैसला

मंगलवार को बजट सत्र के दौरान सदन में विपक्षी सदस्यों ने शिक्षकों के मुद्दे को लेकर प्रदर्शन किया। विपक्षी विधायक शिक्षक वेल में आ गए और नीतीश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। उन्होंने नियोजित शिक्षकों की छुट्टियों, सक्षमता परीक्षा के पैटर्न के साथ ही स्कूलों के समय में बदलाव के मुद्दे पर नीतीश सरकार को घेरा।

बिहार के सरकारी स्कूलों की टाइमिंग में हुआ बदलाव, विपक्ष के हंगामे के बाद सीएम नीतीश का बड़ा फैसला

PATNA: बिहार के शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव के के पाठक पिछले कुछ महीनों से लगातार एक्शन में हैं। के के पाठक हर दूसरे दिन सरकारी स्कूल के शिक्षकों के लिए नए फरमान जारी करते आ रहे हैं। अब वो चाहे छात्रों का स्कूल से नाम काटने का फरमान हो या स्कूल टाइमिंग में बदलाव का ही फरमान क्यों ना हो। के के पाठक का बिहार के शिक्षकों पर ताबड़तोड़ एक्शन जारी है। लेकिन उनके सरकारी स्कूलों में किए गए टाइमिंग के बदलाव को लेकर मंगलवार को बिहार विधानसभा में विपक्षी नेताओं सीएम नीतीश को जमकर घेरा है।

दरअसल, मंगलवार को बजट सत्र के दौरान सदन में विपक्षी सदस्यों ने शिक्षकों के मुद्दे को लेकर प्रदर्शन किया। विपक्षी विधायक शिक्षक वेल में आ गए और नीतीश सरकार के खिलाफ नारेबाजी करने लगे। उन्होंने नियोजित शिक्षकों की छुट्टियों, सक्षमता परीक्षा के पैटर्न के साथ ही स्कूलों के समय में बदलाव के मुद्दे पर नीतीश सरकार को घेरा। आरजेडी विधायकों ने कहा कि स्कूलों का समय सुबह 9 से शाम 5 बजे किया गया है, जिसे बदला जाए। इसके बाद सीएम नीतीश कुमार अपनी सीट पर खड़े हुए और उन्होंने कहा कि अगर ऐसा है तो वे केके पाठक को आज ही बुलाकर स्कूलों का समय बदलवाएंगे। उन्होंने सदन में स्कूल का समय पहले की तरह सुबह 10 से शाम 4 बजे तक करने की घोषणा की।

गौरतलब है कि केके पाठक ने पिछले महीने स्कूल टाइमिंग में बदलाव किया था। शिक्षकों को सुबह 9 से शाम पांच बजे तक स्कूल में ही रहकर बच्चों की पढ़ाई समेत अन्य कार्य करने को कहा गया। राज्यभर में शिक्षकों ने इसका विरोध जताया। मंगलवार को विधानसभा में भी यह मुद्दा गूंजा। आरजेडी विधायकों के हंगामे के बीच सीएम नीतीश कुमार अपनी सीट से खड़े हुए और उन्होंने कहा कि स्कूलों का समय सुबह 10 से शाम 4 बजे होना चाहिए।

मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने केके पाठक को इस बारे में निर्देश दे दिए हैं। अगर फिर भी यह बात नहीं मानी गई है तो उन्हें आज फिर बुलाकर कह देंगे। नीतीश ने आरजेडी पर हमला बोलते हुए कहा कि पहले उनकी पार्टी के पास ही यह विभाग था। जब आप लोग देख रहे थे तो कहना चाहिए था कि बात नहीं मानी गई है। उसी समय हम बुलाकर बात करते।