सियासी उठापटक के बीच चंपई सोरेन ने ली मुख्यमंत्री पद की शपथ, 10 दिन में करेंगे बहुमत साबित....
सियासी उठापटक के बीच झारखंड में नई सरकार कि गठन हो चुकी हैँ. चंपई सोरेन ने नए मुख्यमंत्री पद का शपथ लिया है. साथ ही कांग्रेस कोटे से आलमगीर आलम और राजद कोटे से सत्यानंद भोक्ता ने कैबिनेट मंत्री की शपथ ली है. राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने सभी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई है. वहीँ नई सरकार को 10 दिन में बहुमत साबित करना होगा.
RANCHI : सियासी उठापटक के बीच झारखंड में नई सरकार कि गठन हो चुकी हैँ. चंपई सोरेन ने नए मुख्यमंत्री पद का शपथ लिया है. साथ ही कांग्रेस कोटे से आलमगीर आलम और राजद कोटे से सत्यानंद भोक्ता ने कैबिनेट मंत्री की शपथ ली है. राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने सभी को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई है. वहीँ नई सरकार को 10 दिन में बहुमत साबित करना होगा. साथ ही सत्तारूढ़ गठबंधन के विधायकों क़ो दो दिन के लिए हैदराबाद भेजा जा रहा है, ये तमाम विधायक चार्टेड प्लेन से जा रहे हैँ.
बता दें कि, शपथ ग्रहण के बाद उन्हें 10 दिन के अंदर बहुमत साबित करना होगा. चंपई सोरेन के साथ कांग्रेस और राजद कोटे से एक- एक मंत्री भी शपथ लेंगे. जिसमें आलमगीर आलम और सत्यानंद भोक्ता होंगे. हालांकि, इससे पहले झारखंड में पूरे दिन राजनीतीक हलचल तेज रही. चंपई सोरेन सरकार पांच फरवरी को विधानसभा में बहुमत साबित करेगी. नौ फरवरी से विधानसभा का बजट सत्र हैँ. आलमगीर आलम और बसंत सोरेन उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे. इनके अलावा सत्यानंद भोक्ता मंत्री पद की शपथ लेंगे. ये राजद कोटे के मंत्री होंगे.
मिली ख़बरों के मुताबिक, रांची में सत्तारूढ़ गठबंधन के 35 विधायक हैदराबाद जा रहे हैं, जबकि कुछ विधायक हैदराबाद नहीं जा रहे हैं. जाहिर है कि, राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय आज झारखंड में प्रवेश कर रही है. जिसमें पार्टी के कुछ विधायक इस यात्रा में शामिल होंगे. इधर, नई सरकार के गठन को लेकर चंपई सोरेन ने राज्यपाल को 43 विधायकों का समर्थन पत्र सौंपा था. इसमें खुद चंपई सोरेन, कैबिनेट मंत्री आलमगीर आलम और सत्यानंद भोक्ता का नाम भी शामिल था. यह तीन नेता भी रांची में ही रुकेंगे. सत्तारूढ़ गठबंधन में झारखंड मुक्ति मोर्चा के 29 विधायक हैं. कांग्रेस के 17 जबकि राजद और लेफ्ट से एक-एक विधायक है.
वहीँ, चंपई सोरेन ने सीएम पद की शपथ लेने से पहले शिबू सोरेन से आशीर्वाद लिया. उन्होंने कहा कि, 'मैं शपथ लेने से पहले अपने गुरुजी यानि शिबू सोरेन से आशीर्वाद लेने आया था. मैं झारखंड आदोंलन के दौरान उनसे जुड़ा औऱ वह हमारे आदर्श हैं इसलिए मैं उनका आशीर्वाद लेने आया था. साथ ही चंपई सोरेन नें कहा कि, हम जल्द ही (बहुमत) साबित करेंगे.'