नए सांसद भवन के उद्घाटन पर ओछी राजनीति बंद करे नितीश : सुशील कुमार मोदी

दिल्ली में एक नया संसद भवन निर्माण हो चूका है और जल्द ही इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री द्वारा किया जाएगा| जिसको लेके काफी विपक्षी पार्टी इसका बॉयकॉट भी कर रहे हैं| आपको बता दे अभी हाल ही में बिहार के डिप्टी CM तेजस्वी यादव ने भी इसका बॉयकॉट करते हुए कहा था कि सांसद भवन का उदघाटन जो है वो राष्ट्रपति करते हैं ऐसे में अगर उद्घाटन प्रधानमंत्री करेंगे तो ये राष्ट्रपति का अपमान होगा|

नए सांसद भवन के उद्घाटन पर ओछी राजनीति बंद करे नितीश : सुशील कुमार मोदी

NBC24 DESK - दिल्ली में एक नया संसद भवन निर्माण हो चूका है और जल्द ही इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री द्वारा किया जाएगा| जिसको लेके काफी विपक्षी पार्टी इसका बॉयकॉट भी कर रहे हैं| आपको बता दे अभी हाल ही में बिहार के डिप्टी CM तेजस्वी यादव ने भी इसका बॉयकॉट करते हुए कहा था कि सांसद भवन का उदघाटन जो है वो राष्ट्रपति करते हैं ऐसे में अगर उद्घाटन प्रधानमंत्री करेंगे तो ये राष्ट्रपति का अपमान होगा| हम आपको बता दे कि दिल्ली में नवर्निमित संसद के उद्घाटन को लेकर समारोह का बहिष्कार करने का एलान कर चुकी विपक्षी पार्टियों पर सुशील मोदी ने तीखा हमला बोला है. भाजपा सांसद और पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने कहा है कि बिहार विधान मंडल के नये भवन का उद्घाटन खुद करने वाले नीतीश कुमार संसद भवन के उद्घाटन पर ज्ञान दे रहे हैं. उन्हें बताना चाहिये कि बिहार के कितने भवन का उद्घाटन राज्यपाल से कराया. कांग्रेसी सरकार ने संसद भवन की एनेक्सी का उद्घाटन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने किया था. अब वैसे लोग दिखावा कर रहे हैं जिन्होंने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को अपशब्द कहे थे. 

सुशील कुमार मोदी ने ये कहा कि नये संसद भवन के शुभारम्भ पर भी ओठी राजनीति करने वाले नीतीश कुमार बतायें कि 17 साल में उन्होंने कितने सरकारी भवनों का शिलान्यास और उद्घाटन राज्यपाल से कराया है? पटना में भी विधानमंडल का नया भवन बना था तो उसका उद्घाटन भी मुख्यमंत्री ने किया था और किसी ने उस कार्यक्रम का बहिष्कार नहीं किया था. 

सुशील मोदी ने कहा कि अगर हिम्मत है तो विपक्ष ये घोषणा करें कि वह भारतीय अस्मिता और गौरव के प्रतीक नये संसद भवन की कार्यवाही में कभी भाग नहीं लेगा. सुशील मोदी ने कहा कि जिन लोगों ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का विरोध किया और अपशब्द तक कहे थे, उन्हें आज आदिवासी सम्मान की बड़ी चिंता हो रही है.सुशील मोदी ने कहा कि जो लोग नये संसद भवन के विरोध में सुप्रीम कोर्ट तक गए और पराजित हो कर लौटे, वे अब सिर्फ इसलिए विरोध में हैं कि इस भवन के उद्घाटन का श्रेय प्रधानमंत्री मोदी जी को मिलते नहीं देख सकते. केंद्र में जब यूपीए सरकार थी तो उसी समय जयराम रमेश नया संसद भवन बनाने की जरूरत बता रहे थे. लेकिन जब एनडीए सरकार ने सेंट्रल विस्टा बनाने का फैसला लिया तो कांग्रेस विरोध में खड़ी हो गई. 

सुशील मोदी ने कहा कि 1975 में तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने पुराने संसद भवन की एनेक्सी का उद्घाटन किया था. बाद में सांसद राहुल गांधी ने संसद के पुस्तकालय का शिलान्यास किया. कांग्रेस को कभी राष्ट्रपति की याद क्यों नहीं आयी? आधुनिक सुविधाओं से लैस नये संसद भवन का उद्घाटन महान स्वाधीनता सेनानी वीर सावरकर की जयंती पर हो रहा है. इस पर ओछी राजनीति नहीं होनी चाहिए।