चेन स्नैचर गिरोह का मास्टरमाइंड शातिर पिंकेश हड़ताली मोड़ से गिरफ्तार, 27 जगहों पर दे चुका है वारदात को अंजाम
श्रीकृष्णापुरी थाने की पुलिस ने जनवरी महीने में एक चेन स्नेचिंग करने वाले गैंग को पकड़ा था। यह गैंग शहर के अलग अलग थानों में घूमकर लगातार घटना को अंजाम दे रहा था। जो पुलिस के लिए काफी चुनौतीपूर्ण था। इस गैंग के जो सदस्य पकड़े गए थे। इसमें कुंदन, सुजीत आनंद और अमित का नाम शामिल है। इस गिरोह के मास्टरमाइंड पिंकेश को पुलिस ने सोमवार को हड़ताली मोड़ के पास से पकड़ लिया है।

PATNA : श्रीकृष्णापुरी थाने की पुलिस ने जनवरी महीने में एक चेन स्नेचिंग करने वाले गैंग को पकड़ा था। यह गैंग शहर के अलग अलग थानों में घूमकर लगातार घटना को अंजाम दे रहा था। जो पुलिस के लिए काफी चुनौतीपूर्ण था। इस गैंग के जो सदस्य पकड़े गए थे। इसमें कुंदन, सुजीत आनंद और अमित का नाम शामिल है। इस गिरोह के मास्टरमाइंड पिंकेश को पुलिस ने सोमवार को हड़ताली मोड़ के पास से पकड़ लिया है।
पिंकेश नया गांव वैशाली का रहने वाला है। घटना के बाद से फरार चल रहा था। चैन स्केचिंग का मास्टरमाइंड पिंकेश पहले फील्ड में नहीं आता था, लेकिन जनवरी में उसके साथी पकड़े गए तो आना शुरू कर दिया। पुलिस ने सर्विलांस पर रखा हुआ था। जैसे आया पकड़ा गया। इस गिरोह ने शहर के 27 जगह पर चेन स्नैचिंग की घटना को अंजाम दिया है। इसमें श्रीकृष्णापुरी में 5, पत्रकार नगर में एक, जक्कनपुर में चार, सचिवालय में दो, शास्त्री नगर में सात, गर्दनीबाग में तीन, अगमकुंआ में दो, कंकडबाग की तीन घटना शामिल है।
सभी अपराधी गांधी सेतु के रास्ते से देसरी से दो अपाचे मोटरसाइकिल से पटना आते थे। अपने पास एक डुप्लीकेट नंबर प्लेट और रिंचए पेचकस रखते थे, जिससे गांधी सेतु के पहले ही नंबर प्लेट बदल लिया करते थे। दिनभर पटना शहर में घटना को अंजाम देने के फिराक में घूमते रहते थे। जैसे स्नेचिंग करने में सफल हो जाते थे, वैसे ही दीघा के रास्ते नंबर प्लेट दोबारा चेंज कर के घर के लिए निकल जाते थे। पुलिस अधिकारी साकेत कुमार ने बताया कि जनवरी में इनके गिरोह के 4 लोगों का पकड़ा गया था। इसके बाद स्नेचिंग की घटना में कमी आई थी। फरवरी में एक भी मामले नहीं आएए मार्च में सिर्फ दो घटना सामने आई। अप्रैल में एक दो घटना और मई में तीन से चार घटनाएं हुई है।
पटना से अजय शर्मा की रिपोर्ट