महागठबंधन के सभी विधायकों पर होगी राजद सुप्रीमों की कड़ी निगरानी, हैदराबाद से लौटते ही तेजस्वी आवास में नजरबंद होंगे कांग्रेस MLA...
बिहार में नीतीश कुमार के महागठबंधन से पाला बदलने के बाद से ही कांग्रेस को अपने विधायकों में टूट का डर सता रहा था. नई सरकार के शपथ ग्रहण के साथ ही बिहार कांग्रेस ने अपने 16 विधायकों को हैदराबाद भेज दिया था. वही, अब कल यानी 12 फरवरी को नीतीश सरकार का फ्लोर टेस्ट होना है, कांग्रेस के सभी विधायक आज पटना पहुंच रहे हैं.
PATNA: बिहार सीएम नीतीश कुमार अपनी एनडीए सरकार के साथ कल यानी 12 फरवरी को विधानसभा में बहुमत साबित करेंगे. सत्ताधारी दल के पास 128 विधायकों का समर्थन है. हालांकि, विपक्ष फ्लोर टेस्ट से पहले बड़े खेल का दावा कर रहा है. ऐसे में विधायकों के संभावित टूट से सभी पार्टियां सहमी हुई है और अपने-अपने विधायकों पर कड़ी निगरानी रखी हुई हैं. इस कड़ी में सबसे पहले बिहार कांग्रेस ने टूट के डर से अपने 16 विधायकों को हैदराबाद भेज दिया था.
बता दें, बिहार में नीतीश कुमार के महागठबंधन से पाला बदलने के बाद से ही कांग्रेस को अपने विधायकों में टूट का डर सता रहा था. नई सरकार के शपथ ग्रहण के साथ ही बिहार कांग्रेस ने अपने 16 विधायकों को हैदराबाद भेज दिया था. वही, अब कल यानी 12 फरवरी को नीतीश सरकार का फ्लोर टेस्ट होना है, कांग्रेस के सभी विधायक आज पटना पहुंच रहे हैं.
कांग्रेस विधायकों के पटना पहुंचने पर कांग्रेस के साथ कोई खेल न हो जाए इसको लेकर बिहार प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने रणनीति बनाई है. हैदराबाद से लौटने के बाद कांग्रेस के सभी विधायकों को सीधे तेजस्वी यादव के उस आवास में शिफ्ट कर दिया जाएगा, जहां राजद और माले के विधायक पहले से नजरबंद हैं. दरअसल, शनिवार को विधायक दल की बैठक के बाद राजद ने अपने और माले के सभी विधायकों को नजरबंद कर दिया था.
मालूम हो, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह विधायकों के पटना लैंड करने से पहले तेजस्वी यादव के पांच देशरत्न मार्ग वाले सरकारी आवास पर पहुंचे, जहां उन्होंने विधायकों के ठहरने के लिए की गई व्यवस्था का जायजा लिया. इसके साथ ही उन्होंने लालू-तेजस्वी से आगे की रणनीतियों पर बातचीत किया. तेजस्वी यादव के इसी आवास से सभी विधायक कल विधानसभा के लिए निकलेंगे. तबतक महागठबंधन के सभी विधायक तेजस्वी के आवास में नजरबंद रहेंगे.