आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार में BJP चुनाव समिति की अहम बैठक, जानिए किन मुद्दों पर बनी बात ...

पार्टी ने बीते दिनों अपनी 17 सीटिंग सीटों के लिए एक-एक पर्यवेक्षक तैनात किए थे. मंगलवार को बिहार प्रभारी ने हरेक पर्यवेक्षक से एक-एक कर बातचीत की. पर्यवेक्षकों ने औसतन चार-छह नाम एक-एक लोकसभा क्षेत्र के लिए दिए हैं. चुनाव समिति की बैठक में इन नामों पर विचार किया गया.

आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर बिहार में BJP चुनाव समिति की अहम बैठक, जानिए किन मुद्दों पर बनी बात ...

PATNA : आगामी लोकसभा चुनाव को लेकर देश की तमाम राजनीतिक पार्टी अपने अपने उम्मीदवारों के नाम तय करने में जुटी हुई हैं. इसी कड़ी में अब बिहार भाजपा में भी कैंडिडेट तय करने को लेकर मंथन शुरू हो गया है. मंगलवार को बिहार भाजपा चुनाव समिति की बैठक हुई और इसमें कई एजेंडों पर बातचीत हुई है.

बता दें, पार्टी ने बीते दिनों अपनी 17 सीटिंग सीटों के लिए एक-एक पर्यवेक्षक तैनात किए थे. मंगलवार को बिहार प्रभारी ने हरेक पर्यवेक्षक से एक-एक कर बातचीत की. पर्यवेक्षकों ने औसतन चार-छह नाम एक-एक लोकसभा क्षेत्र के लिए दिए हैं. चुनाव समिति की बैठक में इन नामों पर विचार किया गया. अब जल्द ही हर एक लोकसभा के लिए तीन-तीन नामों का चयन किया जाएगा. इसके बाद यही सूची केंद्रीय नेतृत्व को भेजी जाएगी.

वही, दिल्ली में होने वाली चुनाव समिति की बैठक में इन्हीं नामों पर विचार किया जाएगा. इस बैठक में पार्टी ने पूर्व विधायक प्रेम रंजन पटेल को चुनाव समिति का सचिव बनाया गया. इसके अलावा इस बैठक डिप्टी सीएम सह प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सम्राट चौधरी की अध्यक्षता में हुई चुनाव समिति की बैठक में बिहार भाजपा प्रभारी विनोद तावड़े के अलावा सह प्रभारी सांसद दीपक प्रकाश, उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, विस अध्यक्ष नंदकिशोर यादव, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, सांसद सुशील कुमार मोदी, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री नागेन्द्र, संगठन महामंत्री भीखू भाई दलसानिया, मंत्री डॉ प्रेम कुमार सहित अन्य नेता शामिल हुए.

गौरतलब हो, लोकसभा चुनाव की तिथि घोषित होने में चंद दिन ही बचे हैं, पर अब-तक बिहार में सीट बंटवारे और उम्मीदवारों के चयन में दोनों ही गठबंधन दलों के बीच पेंच फंसा हुआ है. राज्य में 40 सीटें हैं. इनमें 17-17 सीटें पिछले चुनाव में एनडीए के तहत भाजपा-जदयू तथा छह लोजपा को दी गयी थीं. इस बार एनडीए में पिछले साल से ज्याद दल जुड़ गये हैं. इसको लेकर इस बार सीट बंटवारे की क्या कसौटी होगी, इसपर अब भी मंथन जारी है.