ब्रांड प्रोटेक्शन को मिली बड़ी सफलता, गया और बिहटा में जिंदल इंडिया लिमिटेड के करोड़ों का नकली माल किया बरामद

बिहार में बढ़ते नकलचियों पर शिकंजा कसते हुए ब्रांड प्रोटेक्शन सर्विसेज प्रा. लि. की टीम ने गया और बिहटा में बड़ा छापा मारा है। जहां से करोड़ों का माल बरामद किया गया है।

ब्रांड प्रोटेक्शन को मिली बड़ी सफलता,  गया और बिहटा में जिंदल इंडिया लिमिटेड के करोड़ों का नकली माल किया बरामद

GAYA/BIHTA: बिहार में बढ़ते नकलचियों पर शिकंजा कसते हुए ब्रांड प्रोटेक्शन सर्विसेज प्रा. लि. की टीम ने गया और बिहटा में बड़ा छापा मारा है। जहां से करोड़ों का माल बरामद किया गया है। बताया जा रहा है कि ब्रांड प्रोटेक्शन की टीम को गुप्त सूचना मिली थी कि बिहटा के अल्हनपुरा गांव के समीप शंकर साव के मकान में जिंदल इंडिया लिमिटेड की नकली सबरंग कोटेड रुफिंग शीट तैयार की जा रही है। जिसके बाद ब्रांड प्रोटेक्शन की टीम लगातार नजर बनाए हुए थी। 6 फरवरी 2024 को ब्रांड प्रोटेक्शन की टीम ने बिहटा थाना एवं बिहटा अंचलाधिकारी के सहयोग से शंकर साव के मकान में रेड मारी। जहां से बड़ी संख्या में जिंदल इंडिया लिमिटेड की नकली सबरंग कोटेड रुफिंग शीट बरामद किया गया। जिसका मुख्य आरोपी विजय यादव है, इसके खिलाफ बिहटा थाने में काण्ड संख्या - 134/24 है, जो 06/02/2024 को हुए रजिस्टर्ड किया गया है।

इसके ठीक तीन दिन बाद 9 फरवरी 2024 को ब्रांड प्रोटेक्शन सर्विसेज प्रा. लि. की टीम ने गया में बड़ी सफलता हासिल की। जिले के मुफ्फसिल थाना एरिया में स्थित उतरी लख्खीबाग, रोड नं.1 कोयला गली में मनोज पांडेय के मकान और गोदाम से ब्रांड प्रोटेक्शन की टीम ने जिंदल इंडिया लिमिटेड की नकली रेनबो कोटेड रुफिंग शीट भारी मात्रा में बरामद किय़ा। ब्रांड प्रोटेक्शन की टीम ने मौके से करोड़ों का नकली माल बरामद किया है। यह छापेमारी मुफ्फसिल थाने की पुलिस के सहयोग से की गई थी। मनोज पांडेय पर संख्या-126/24, दिनांक 09/02/2024 को केस दर्ज किया गया है।

वहीं ब्रांड प्रोटेक्शन सर्विसेज प्रा. लिं. के मैनेजिंग डायरेक्टर सैय्यद मुस्तुफा हुसैन ने कड़ा रुख अख्तियार करते हुए बिहार समेत देश के नकलचियों को चेताया है। मुस्तुफा हुसैन ने कहा कि गया ही नहीं पूरे देश में किसी भी ब्रांड्स के नकली प्रोडक्ट तैयार करने वाले को छोड़ा नहीं जाएगा। चाहे वो कितना भी सुदूर इलाके में ही अपनी कंपनी का संचालन क्यों ना कर रहा हो। ब्रांड प्रोटेक्शन की टीम ऐसे लोगों पर शिकंजा कसने को चौबीसों घंटे मुस्तैद है।