बाहुलबली नेता आनंद मोहन का बड़ा ऐलान, कहा- कोईरी, कुर्मी, लवकुश, वैश्य और राजपूतों से वोट मांगने नहीं जाएंगे

बिहार के पूर्व सांसद और बाहुबली नेता आनंद मोहन का बड़ा बयान सामने आया है जो अब तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। आनंद मोहन अपनी पत्नी और एनडीए प्रत्याशी लवली आनंद के प्रचार के दौरान संबोधित करते हुए कहा कि वो कोईरी, कुर्मी, वैश्य और राजपूत के यहां वोट मांगने के लिए नहीं जाएंगे...

बाहुलबली नेता आनंद मोहन का बड़ा ऐलान, कहा- कोईरी, कुर्मी, लवकुश, वैश्य और राजपूतों से वोट मांगने नहीं जाएंगे

SHIVHAR:  देश समेत बिहार में लोकसभा चुनाव 2024 के पहले चरण का मतदान समाप्त हो चुका है। बिहार की चार सीटें औरंगाबाद, नवादा, गया और जमुई में 47 प्रतिशत मतदान हुए। जिसके बाद अब सभी राजनीतिक पार्टियां दूसरे चरण के मतदान के लिए प्रचार प्रसार में जुट चुकी है। ऐसे में बिहार के पूर्व सांसद और बाहुबली नेता आनंद मोहन का बड़ा बयान सामने आया है जो अब तेजी से सोशल  मीडिया पर वायरल हो रहा है। आनंद मोहन अपनी पत्नी और एनडीए प्रत्याशी लवली आनंद के प्रचार के दौरान संबोधित करते हुए कहा कि वो कोईरी, कुर्मी, वैश्य और राजपूत के यहां वोट मांगने के लिए नहीं जाएंगे। इसके लिए उन्होंने अपने अंदाज में तर्क दिया और सबकुछ नीतीश कुमार, पीएम मोदी और अमित शाह पर छोड़ दिया।

आनंद मोहन के कहने का आशय यह है कि वो कोईरी, कुर्मी, वैश्य और राजपूत को अपना वोटबैंक मानते हैं इसलिए वहां अपना समय न गवांकर दूसरी जातियों में सेंधमारी करने के मूड में हैं। यानी आनंद मोहन के मुताबिक वो यादव, एससी, एसटी और मुसलमान वोटरों को लुभाने के लिए मेहनत ज्यादा करेंगे। हालांकि आनंद मोहन का ये बयान आने के बाद आलोचना भी शुरू हो गई है।

पूर्व सांसद आनंद मोहन ने कहा कि मैं वैश्यों के यहां वोट मांगने नहीं जाऊंगा। कुर्मी, पटेल, कुशवाहा और राजपूत के यहां भी वोट मांगने नहीं जाएंगे। वैश्य जानें मोदी जी और अमित शाह जिन्होंने हमको भेजा है। पटेल कुर्मी, कुशवाहा और लवकुश जाने नीतीश कुमार जिसने हमको टिकट देकर भेजा है। आनंद मोहन राजपूतों से वोट मांगने नहीं जाएंगे। हम राजपूतों के यहां काहे जाएंगे भाई? 16 साल हमने जेल में हड्डी गला दी है। वनवास के बाद अवसर मिला है

शिवहर में छठे चरण में मतदान : बता दें कि लवली आनंद आनंद मोहन की पत्नी हैं और शिवहर से जेडीयू की उम्मीदवार हैं। शिवहर में छठे चरण में 25 मई को चुनाव हैं। ऐसे में आनंद मोहन का ये बयान फायदा पहुंचाएगा या नुकसान उठाना पड़ सकता है इसका पता 4 जून को मतगणना के बाद ही पता लग सकेगा।