लालू यादव की आरजेडी छोड़ने वाले अशफाक करीम ने थामा जेडीयू का दामन, कहा- राजद ने मुसलमानों का हक मारा

राजद के पूर्व राज्यसभा सांसद अशफाक करीम ने पार्टी पर मुसलमानों की हकमारी का आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया, वहीं अब उन्होंने नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू का दामन थाम लिया है।

लालू यादव की आरजेडी छोड़ने वाले अशफाक करीम ने थामा जेडीयू का दामन, कहा- राजद ने मुसलमानों का हक मारा
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PATNA: आरजेडी ने शनिवार(13 अप्रैल) को जहां परिवर्तन पत्र के नाम से घोषणा पत्र जारी किया वहीं पार्टी समेत आरजेडी सुप्रीमो को झटके पर झटका लगा है। राजद के पूर्व राज्यसभा सांसद अशफाक करीम ने पार्टी पर मुसलमानों की हकमारी का आरोप लगाते हुए पार्टी से इस्तीफा दे दिया, वहीं अब उन्होंने नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू का दामन थाम लिया है। उन्होंने कहा जिसका(मुस्लिम) का बिहार में 18 प्रतिशत आबादी है उसे लालू यादव ने केवल दो सीटों पर सिमटा दिया। आरजेडी को कम से कम 5 से 6 सीटें मुस्लिमों को देनी चाहिए थी।

जेडीयू में शामिल होने के दौरान पूर्व आरजेडी राज्यसभा सांसद ने कहा कि यह निर्णय इसलिए लिया क्योंकि बिहार में जातीय सर्वे के बाद भी आरजेडी ने मुसलमानों को 26 में से केवल दो सीटें दीं, जिनका राज्य में 18 प्रतिशत वोट शेयर है. किसी को भी अपने अधिकारों से वंचित होना स्वीकार नहीं करना चाहिए।

अशफाक करीम ने कहा कि नीतीश जी बीजेपी के साथ हैं, लेकिन बीजेपी के साथ रहते हुए भी जिस तरह से उन्होंने अखलियत को आगे बढ़ने का काम किया है जिससे युवा खुश हैं। जो 90% वोट मुसलमान उधर देता था अब वो 90% वोट जेडीयू में देगा। बिजली के क्षेत्र में, सड़क के क्षेत्र में बहुत काम हुआ है. नीतीश जी के नेतृत्व में बहुत अच्छा काम हुआ है इसलिए मैं बार बार नीतीश कुमार को धन्यवाद देता हूं। मेरी जो जो इच्छा थी वह पूरी हो चुकी है अब जो भी मिला है और मिलेगा वह बोनस है. मेरी ज्यादा कुछ इच्छा नहीं है।

अशफाक करीम का कहना है कि जब लालू प्रसाद से मिलकर उन्होंने इस विषय पर बात की तो लालूजी ने कहा कि क्या आपके कहने से मुसलमान मेरा साथ छोड़ देगा तो मैंने लालू जी से साफ तौर पर कह दिया था कि साथ छोड़ने की बात नहीं है, मैं सिर्फ मुसलमान की हक की बात आपसे करने के लिए आया हूं. लेकिन लालू प्रसाद यादव ने उनकी बात नहीं सुनी."