नवादा के उफनती नदी में आयी अचानक बाढ़, बीच नदी में फंस गए दो चरवाहे, एसडीआरएफ की टीम ने 12 घंटे बाद किया रेसक्यू

नवादा के नदी में अचानक पानी का प्रवाह तेज हो गया और नदी उफनाई तो दो चरवाहे फंस गए। 12 घंटे बाद दोनों को नदी से निकाला गया।

नवादा के उफनती नदी में आयी अचानक बाढ़, बीच नदी में फंस गए दो चरवाहे, एसडीआरएफ की टीम ने 12 घंटे बाद किया रेसक्यू

NAWADA :नवादा के नदी में अचानक पानी का प्रवाह तेज हो गया और नदी उफनाई तो दो चरवाहे फंस गए। 12 घंटे बाद दोनों को नदी से निकाला गया। दिन के करीब 1 बजे फंसे दोनों चरवाहा को रात करीब 1:00 बजे रेसक्यू किया गया। मामला नवादा जिले के गोविंदपुर थाना इलाके का है। सकरी नदी की धार में कुतरूचक गांव के दो लोग फंसे थे। दोनों अपने मवेशियों को चराने के लिए नदी पार गए थे। लौटने के वक्त पानी का बहाव तेज हो गया। मवेशी तो नदी पार कर गए लेकिन दोनों चरवाहा फंस गए। रेस्क्यू होने तक आपदा प्रबंधन मंत्री संतोष मांझी और डीएम नवादा आशुतोष कुमार वर्मा लगातार स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में रहे। दोनों पल-पल की जानकारी लेते रहे।

बताया जाता है कि कुतरूचक गांव के विशो यादव 55 वर्ष और नीतीश कुमार 22 वर्ष जो कि आपस में चाचा-भतीजा हैं, शुक्रवार को मवेशियों को चराने के लिए सकरी नदी के दूसरे किनारे पर गए थे। दोपहर एक बजे करीब जब दोनों मवेशियों को लिए वापस लौट रहे थे, तभी नदी में पानी का बहाव तेज हो गया। साथ रहा मवेशी तो नदी पार कर गया, लेकिन चाचा भतीजे फंस गए। किसी प्रकार बीच नदी में झाड़-कास को पकड़ कर दोनों पानी के धार से मुकाबला करते रहे। दोनों बीच-बीच में बचाने की आवाज लगा रहे थे।

स्थानीय लोग जमा हुए लेकिन कुछ कर नहीं पाए। स्थानीय स्तर पर गोताखोर भी नहीं मिल रहे थे। सूचना गोविंदपुर विधायक मो. कामरान तक पहुंची। उन्होंने तमाम अधिकारियों को सूचना देते हुए दोनों को सुरक्षित बाहर निकालने को कहा। एसडीएम रजौली आदित्य कुमार पियुष सहित अन्य अधिकारी पहुंचे। गया से एसडीआरएफ की टीम को बुलाया गया। ट्रैक्टर व अन्य वाहनों की रोशनी में रेसक्यू ऑपरेशन चला।

तब रात करीब 01:00बजे दोनों को सुरक्षित बाहर निकाला जा सका। वैसे, दोनों चाचा-भतीजे के जज्बे की भी लोग तारीफ कर रहे हैं। अाखिर, 12 घंटे तक हिम्मत हारे बगैर मौत से लड़ते रहे। रेसक्यू होने तक विधायक के निजी सचिव राहुल कुमार चुलबुल भी वहां डटे रहे। वे रेसक्यू टीम का हिस्सा भी बने थे। जबतक दोनों को बाहर नहीं निकाला गया सैकड़ों लोग वहां मौजूद रहे। विधायक मो. कामरान ने रेस्क्यू टीम के सभी सदस्यों, सहयोग करने वाले ग्रामीणों, स्थानीय अधिकारियों सहित डीएम और मंत्री संतोष मांझी के प्रति आभार जताया है। विधायक की इतला पर मंत्री ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गया से एसडीआरएफ टीम को घटनास्थल के लिए रवाना कराया था।

नवादा से सुनील कुमार की रिपोर्ट