आइये जानते है  सर एम विश्वेश्वरैया रेलवे टर्मिनल ,भारत के पहले सेंट्रल एसी स्टेशन के बारे में

नरेंद्र मोदी ने बेंगलुरु में सर एम विश्वेसरैया रेलवे टर्मिनल का उद्घाटन किया, जिसमें हवाई अड्डे जैसी सुविधाएं है। यह टर्मिनल 2020 से तैयार था लेकिन कोविड -19 और कनेक्टिंग सड़को की कमी के कारण उद्घाटन को पीछे कर दिया गया था।

1. प्रधान मंत्री ने बेंगलुरु में सर एम विश्वेसरैया रेलवे टर्मिनल का उद्घाटन किया , जिसमें हवाई अड्डे जैसी सुविधाएं है।

Nbc 24 desk:- प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने बेंगलुरु में सर एम विश्वेसरैया रेलवे टर्मिनल का उद्घाटन किया , जिसमें हवाई अड्डे जैसी सुविधाएं है। यह टर्मिनल 2020 से तैयार था लेकिन कोविड -19 और कनेक्टिंग सड़को की कमी के कारण उद्घाटन को पीछे कर दिया गया था। कर्नाटक सरकार ने इसे 6 जून को जनता के लिए खोल दिया। मोदी ने राज्य की अपनी दो दिवसीय यात्रा के दौरान टर्मिनल और अन्य रेलवे बुनयादी ढांचा  परियोजना का उद्घाटन किया। 

टर्मिनल का नाम भारत रतन प्राप्तकर्ता 'सर एम विश्वेश्वरैया' के नाम पर रखा गया है  और इसे कॉम्पेगौड़ा हवाई  अड्डे के नाम पर रखा गया है।  यह टर्मिनल 4,200  वर्गमीटर का स्टेशन भवन 50,000 लोगों की दैनिक आवाजाही को पूरा करेगा।  दो सबवे के साथ एक फुट ओवर ब्रिज सभी प्लेटफॉर्मों को जोड़ेगा। टर्मिनल में आठ स्थिर लिईनों और तीन पीट लाइनों केअलावा सात प्लेटफार्म है। टर्मिनल से प्रतिदिन 50 ट्रेनों का संचालन किया जा सकेगा। यात्रियों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए एक्ससेलेटर और लिफ्ट सात प्लेटफॉर्मों को जोड़ेगी। 

सर एम. विश्वेश्वरैया टर्मिनल;- जिसे बेंगलुरु हवाई अड्डे की तर्ज पर डिज़ाइन किया गया है,जिसमें उच्च श्रेणी का प्रतीक्षालय,एक डिजिटल रियल- टीम यात्री सुचना प्रणाली के साथ एक वीआईप लाउंज और एक भव्य फ़ूड कोर्ट है। इसका 4 लाख लीटर क्षमता का अपना जल पुनर्चक्रण संयत्र भी है । वही विशाल पार्किंग क्षेत्र 250 कारों,900 दोपहिया,50 ऑटोरिकशॉ,पांच बीएमटीसी बसों और 20 कैब को समायोजित करने में सक्षम है।  

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