देश के सर्वोच्च सम्मान दिए जाने के फैसले पर बोले लाल कृष्ण आडवाणी, कहा- "अत्यंत विनम्रता और कृतज्ञता के साथ, मैं 'भारत रत्न' स्वीकार करता हूं।....

केंद्र सरकार ने भारत के पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को देश का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न देने का फैसला लिया है. पीएम नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर इसकी जानकारी दी हैं. भारत रत्न दिए जाने के केंद्र सरकार के फैसले पर लालकृष्ण आडवाणी ने अपनी प्रतिक्रिया दी हैं.

देश के सर्वोच्च सम्मान दिए जाने के फैसले पर बोले लाल कृष्ण आडवाणी, कहा-  "अत्यंत विनम्रता और कृतज्ञता के साथ, मैं 'भारत रत्न' स्वीकार करता हूं।....

DELHI: केंद्र सरकार ने भारत के पूर्व उप प्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी को देश का सर्वोच्च सम्मान भारत रत्न देने का फैसला लिया है. पीएम नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर इसकी जानकारी दी हैं. भारत रत्न दिए जाने के केंद्र सरकार के फैसले पर लालकृष्ण आडवाणी ने अपनी प्रतिक्रिया दी हैं. 

पूर्व उप प्रधानमंत्री लाल कृष्ण आडवाणी  ने लिखा कि, "अत्यंत विनम्रता और कृतज्ञता के साथ, मैं 'भारत रत्न' स्वीकार करता हूं. यह न केवल एक व्यक्ति के रूप में मेरे लिए सम्मान है, बल्कि उन आदर्शों और सिद्धांतों का भी सम्मान है जिनसे मैंने अपनी पूरी क्षमता से जीवन भर सेवा की है." साथ ही उन्होंने कहा- "जब से मैं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) में उसके स्वयंसेवक के रूप में शामिल हुआ हूं तब से जीवन में मुझे जो भी कार्य सौंपा गया है, मैंने उसे निस्वार्थ किया."

गौरतलब हो, 1941 में चौदह साल की उम्र में आडवाणी आरएसएस के सदस्य बने थे. 1951 में वे श्यामा प्रसाद मुखर्जी के भारतीय जनसंघ में शामिल हो गए. अटल बिहारी बाजपेयी की सरकार में गृह मंत्री और उप प्रधानमंत्री के तौर पर उन्होंने देश के विकास को गति दी. इसके अलावा अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण को लेकर उन्होंने आवाज बुलंद की और रथ यात्रा के जरीए भारतीय जनता पार्टी को राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्धि दिलाने में अहम योगदान दिया.