अग्निपथ योजना पर पीएम मोदी आज सेवा प्रमुखों से मिल सकते है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंगलवार को तीनों सेना प्रमुखों से मिलने और अग्निपथ योजना पर चर्चा करने की संभावना जताई है। नई सैन्य योजना पर विरोध के बीच बैठक हो रही है, जिसका उद्देश्य सरकार के अनुसार सशस्त्र बलों में औसत आयु को कम करना है।
1. नई सैन्य योजना पर विरोध के बीच बैठक हो रही है भारतीय सशास्त्र बलों की नीव अनुशासन है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंगलवार को तीनों सेना प्रमुखों से मिलने और अग्निपथ योजना पर चर्चा करने की संभावना जताई है। नई सैन्य योजना पर विरोध के बीच बैठक हो रही है, जिसका उद्देश्य सरकार के अनुसार सशस्त्र बलों में औसत आयु को कम करना है।
इससे पहले भी रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने इसके ऊपर लगातार दो दिनों तक चर्चा की थी । साथ ही रविवार को सेना प्रमुख द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की गई जिसमे सेना प्रमुख ने कहा की " प्रत्येक व्यक्ति जो अग्निपथ योजना के माध्यम से सशस्त्र बलों में शामिल होना चाहता है, उसे एक प्रतिज्ञा प्रस्तुत करनी होंगी की वे न तो किसी विरोध का हिस्सा थे और न ही किसी हिंसा में शामिल थे। सैन्य मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जेनरल अनिल पूरी ने कहा , पुलिस सत्यापन के बिना कोई भी सेना में शामिल नहीं हो सकता है ।
उन्होंने कहा की "भारतीय सशास्त्र बलों की नीव अनुशासन है ।यह योजना युवाओं के लिए बनाई गई है सड़को पे उतरकर वे केवल अपना समय बर्बाद कर रहे यह समय उन्हे अपना शरारिक रूप से तैयार करने में लगाना चाहिए। मैं उनसे तैयारी शुरू करने की अपील करता हूं।
वही सरकार ये दावा कर रही है की अग्निपथ योजना युवाओं को रक्षा प्रणाली में शामिल होने और देश की सेवा करने का सुनहरा मौका देती है । दूसरी ओर विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय कांग्रेस ने कहा की अग्निपथ योजना में कई जोखिम है और लंबे समय से चली आ रही परंपराओं को लोकाचार को नष्ट करता है और इस बात की कोई गारंटी नहीं है की इस योजना तहत भर्ती किए गए सैनिक बेहतर प्रशिक्षित होंगे या नही ।