निलेश मुखिया हत्याकांड: गोरख राय को पटना पुलिस ने झारखंड से दबोचा, पप्पू-धप्पू राय अभी भी फरार..
राजधानी पटना के चर्चित निलेश मुखिया हत्याकांड के मुख्य आरोपी गोरख राय को आखिरकार पटना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पटना पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर झारखंड के लोहरदगा से नामजद आरोपी गोरख राय को दबोचा है। वहीं पप्पू-धप्पू राय अभी भी फरार चल रहा है।
PATNA: राजधानी पटना के चर्चित निलेश मुखिया हत्याकांड के मुख्य आरोपी गोरख राय को आखिरकार पटना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पटना पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर झारखंड के लोहरदगा से नामजद आरोपी गोरख राय को दबोचा है। वहीं पप्पू-धप्पू राय अभी भी फरार चल रहा है।
इस पूरे मामले की जानकारी देते हुए पटना सेंट्रल एसपी वैभव शर्मा ने बताया कि लगभग 10 सालों से निलेश मुखिया और राय ब्रदर्स के बीच में दुश्मनी चल रही थी। बालू, पैसा और चुनावी रंजिश को लेकर निलेश मुखिया हत्याकांड को अंजाम दिया गया था। इस हत्याकांड का मेडिएटर अजय राय था। जिसने 25 लाख की सुपारी लेकर इस घटना को अंजाम दिलवाया था।
घटना के कुछ दिन पहले ही तीनों नामजद आरोपी पप्पू राय, गोरख राय और धप्पू राय पटना से एक साथ फरार हो गए और अलग अलग ठिकानों पर छिपे। पटना से तीनों भाई भागकर पहले हरिद्वार गए फिर वहां से अलग अलग होकर, दिल्ली और झारखंड के लिए भागे। गोरख राय झारखंड के लोहरदगा के जंगली इलाके में एक दोस्त के पास छिपा था। इलाका जंगली होने की वजह से इसे ढूंढने में पुलिस को परेशानी हो रही थी।
सेंट्रल एसपी ने आगे बताया कि निलेश मुखिया हत्याकांड में 14 अगस्त को 2 अपराधियों की पहली गिरफ्तारी हुई थी। अब तक इस मामले में 9 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है। जिसमें 4 लोग अभी भी फरार चल रहे हैं। जिसमें पप्पू और धप्पू राय भी शामिल हैं।
गौरतलब है कि बीते 31 जुलाई को राजधानी पटना के दीघा घाट थाना क्षेत्र में बीजेपी नेता नीलेश मुखिया पर बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी थी। कार्यालय जाने के दौरान अपराधियों ने उनको 7 गोलियां मारी थी। गंभीर रूप से घायल हुए नीलेश मुखिया को इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में बेहतर इलाज के लिए उन्हें एयरलिफ्ट कर दिल्ली एम्स में भर्ती कराया गया था, जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी।
पटना से अजय कुमार की रिपोर्ट