बिल्डर आलोक शर्मा की 10 लाख रुपये देकर करायी गई थी हत्या, ठेले वाला था लाइनर, किसने रची साजिश..?
राजधानी पटना में बीते 10 नवंबर को बिल्डर आलोक शर्मा की हुई हत्या का पटना पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पटना पुलिस ने पूरे मामले से पर्दा उठाते हुए हत्याकांड में शामिल 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार अपराधियों के पास से वो पिस्टल भी बरामद किया गया है जिससे हत्या की गयी।
PATNA: राजधानी पटना में बीते 10 नवंबर को बिल्डर आलोक शर्मा की हुई हत्या का पटना पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पटना पुलिस ने पूरे मामले से पर्दा उठाते हुए हत्याकांड में शामिल 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार अपराधियों के पास से वो पिस्टल भी बरामद किया गया है जिससे हत्या की गयी। वहीं जिस बाइक पर सवार होकर अपराधियों ने घटना को अंजाम दिया, उस बाइक की भी बरामदगी की गयी है। सुपारी देने वाला मुख्य साजिशकर्ता और घटना में लिप्त एक महिला को भी गिरफ्तार किया गया है।
पूरे मामले का खुलासा करते हुए पटना पुलिस ने बताया कि इस हत्याकांड का मुख्य साजिशकर्ता संजीव कुमार उर्फ छोटे है। उसके बड़े भाई मंटु शर्मा और उसके पिता सुधीर सिंह की हत्या वर्ष 2022 में कर दी गयी थी। मंटु शर्मा और आलोक कुमार शर्मा दोनों बिजनेस पार्टनर थे। मंटु की हत्या के बाद संजीव कुमार को यह लगता था कि आलोक शर्मा बिजनेस के करोड़ों रुपए हड़प चुका है। इसका विरोध भी वो करता था। करीब ढाई महीने पहले उसे यह पता चला कि आलोक शर्मा उसके यानी संजीव व उसके परिवार की हत्या की साजिश कर रहा है। बदले की भावना से ग्रसित होकर उसने 10 लाख रुपए की सुपारी देकर आलोक की हत्या करवा दी। पटना पुलिस ने इस मामले में संजीव कुमार, विक्की कुमार, विवेक कुमार उर्फ चंदन और प्रियंका कुमारी को गिरफ्तार किया है। घटना में प्रयुक्त हथियार प्रियंका कुमारी ने ही छिपाकर रखा था।
गौरतलब है कि बीते 10 नवंबर को धनतेरस की खरीददारी करने निकले बिल्डर आलोक शर्मा की रुपसपुर नहर रोड के चुल्हाईचक कोथवा मोड़ के पास गोली मारकर हत्या कर दी थी। बुलेट पर सवार होकर आए अपराधियों ने उनके गाड़ी को ओवरटेक कर सामने आए और गोलियों की बरसात कर दी। अपराधियों ने आलोक शर्मा पर 8 गोलियां बरसाईं थी। जिसके कारण मौके पर ही उनकी मौत हो गई थी।
पटना से अजय कुमार की रिपोर्ट