इधर अरविंद केजरीवाल तिहाड़ में, उधर “आप” का विकेट गिरना शुरु, इस मंत्री ने दिया इस्तीफा, कहा- भ्रष्ट के साथ नहीं रहना
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को झटके पर झटका लग रहा है। बीते दिन जहां दिल्ली हाईकोर्ट ने "आप" प्रमुख अरविंद केजरीवाल की सारी गलतफहमियां दूर करते हुए उनकी सारी हेकड़ी टाइट कर दी, वहीं आज बुधवार(10 अप्रैल) को उनके मंत्रिमंडल में टूट शुरु चुकी है
NEW DELHI: दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल को झटके पर झटका लग रहा है। बीते दिन जहां दिल्ली हाईकोर्ट ने "आप" प्रमुख अरविंद केजरीवाल की सारी गलतफहमियां दूर करते हुए उनकी सारी हेकड़ी टाइट कर दी, वहीं आज बुधवार(10 अप्रैल) को उनके मंत्रिमंडल में टूट शुरु चुकी है। “आप” पार्टी का पहला विकेट राज कुमार आनंद के रुप में टपका है। आप नेता राज कुमार आनंद ने मंत्री पद और पार्टी से भी इस्तीफा दे दिया है। राज कुमार आनंद का कहना है कि पार्टी दलित विधायकों, पार्षदों और मंत्रियों का सम्मान नहीं कर रही है। दलित ठगे गये हैं। इन सब चीजों के साथ मेरे लिए पार्टी में बने रहना मुश्किल है, इसलिए मैं पद और पार्टी से इस्तीफा दे रहा हूं।
आपको बता दें कि राज कुमार आनंद दिल्ली के समाज कल्याण मंत्री के पद पर पदस्थापित थे। उन्होंने भ्रष्टाचार का आरोप लगाते हुए पार्टी सहित मंत्री पद से इस्तीफा दिया है। उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी का जन्म भ्रष्टाचार से लड़ने के लिए हुआ था लेकिन आज पार्टी खुद भ्रष्टाचार में डूबी गई है। मैं इस सरकार में काम नहीं कर सकता और मैं नहीं चाहता कि मेरा नाम इस भ्रष्टाचार से जुड़े। राज कुमार आनंद का इस्तीफा ऐसे वक्त में सामने आया है जब आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक एवं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तथाकथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जेल गए हैं।
ऐसे में जब लोकसभा चुनाव को लेकर सियासी सरगर्मी तेज है राज कुमार आनंद के इस्तीफे की टाइमिंग खास मानी जा रही है। भाजपा लगातार केजरीवाल से नैतिकता के आधार पर सीएम पद छोड़ने की मांग कर रही है। अपने इस्तीफे के समय के बारे में पूछे गए एक सवाल के जवाब में राज कुमार आनंद ने कहा- कल तक वह इस धारणा में थे कि आम आदमी पार्टी के नेताओं को फंसाया जा रहा है, लेकिन दिल्ली हाईकोर्ट के फैसले के बाद ऐसा लगता है कि कुछ तो है जो हमारी ओर से गलत हुआ है।