राज्यपाल ने 9वें भारतीय सशस्त्र बल पूर्व सैनिक दिवस पर दानापुर कैंट में पूर्व सैनिकों की निस्वार्थ सेवा और बलिदान की सराहना की
राज्य भर से 2000 से अधिक पूर्व सैनिको ने मुख्यालय झारखंड और बिहार सब एरिया द्वारा उनके सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया।
DANAPUR/PATNA: राज्य भर से 2000 से अधिक पूर्व सैनिको ने मुख्यालय झारखंड और बिहार सब एरिया द्वारा उनके सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। जहां मुख्य अतिथि के रूप में बिहार के माननीय राज्यपाल श्री आरिफ मोहम्मद खान ने राष्ट्र के प्रति उनकी निस्वार्य सेवा के लिए उनकी सराहना की और धन्यवाद दिया। इस अवसर पर, भारतीय सेना के विभिन्न अभिलेख कार्यालयों, चुनिंदा बैंकों, भूमि और राजस्व विभागों, एमएसएमई और विभिन्न राज्य सरकार के विभागों की टीमें बिहार रेजिमेंटल केंद्र के ऐतिहासिक कलिंगा स्टेडियम में उपस्थित रही। इन टीमों ने पूर्व सैनिकी और वीर नारियों को मौके पर ही शिकायत दर्ज कराने के लिए एक बड़े आयोजन की सुविधा प्रदान की। मुख्यालय झारखंड और बिहार सब एरिया द्वारा की गई इस पहल के लिए पूर्व सैनिकों और वीर नारियों ने आभार व्यक्त किया।
रैली के दौरान मुख्य अतिथि के रूप में बिहार के राज्यपाल श्री आरिफ मोहम्मद खान, मेजर जनरल विकास भारद्वाज, विशिष्ट सेवा मेडल, जनरल ऑफिसर कमांडिंग, झारखंड और बिहार सब एरिया, ब्रिगेडियर कमलदीप जसपाल, कमांडेंट बिहार रेजिमेंट केंद्र और कई अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे। कार्यवाही की शुरुआत मुख्य अतिथि सहित अधिकारियों द्वारा वीर स्मृति स्थल पर वीर जवानों को श्रद्धाजलि देने के साथ हुई।
इस रैली के दौरान मुख्य अतिथि ने सेवा के दौरान विकलांग हुए पूर्व सैनिकों को हीरो मोटो कॉर्प के माध्यम से मॉडिफाइड इलेक्ट्रिक स्कूटर देकर, उह पूर्व सैनिकों को राजभवन में वीवीआईपी ड्राइवर पदों के लिए नियुक्ति पत्र देकर और 20 वीर नारियों को 21000/- रुपये की वितीय सहायता तथा शॉल और ट्रॉली बैग देकर सम्मानित किया। झारखंड और बिहार सब एरिया के जनरल ऑफिसर कमांडिंग ने विशिष्ट सामाजिक सेवा के लिए तीन पूर्व सैनिकों को सम्मान पदक प्रदान किए।
इस अवसर पर माननीय राज्यपाल ने सभी पूर्व सैनिकों को संबोधित करते हुए मातृभूमि के प्रति उनकी निस्वार्थ सेवा के लिए वीर नायकों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सैनिक हर भारतीय के दिल में एक विशेष स्थान रखते हैं। उन्होंने कहा, 'हमारे सैनिक परिवार, जाति और धर्म से ऊपर उठकर सिर्फ देश के बारे में सोचते हैं. वे किसी भी चुनौती से विचलित हुए बिना अपने कर्तव्यों को पूरी ईमानदारी और निष्ठा से निभाते हैं। मुख्य अतिथि ने देश के प्रति उनकी निस्वार्थ सेवा और बलिदान के लिए उनकी भूरि-भूरि प्रशंसा की।
मेजर जनरल विकास भारद्वाज, विशिष्ट सेवा मेडल, जनरल ऑफिसर कमांडिंग, झारखंड और बिहार सब एरिया ने राष्ट्र निर्माण में पूर्व सैनिकों के महत्व को दोहराते हुए बताया कि सैनिकों के लिए आदर्श वाक्य है "देश सदैव सर्व प्रथम। कई क्षेत्रों में अपने योगदान से पूर्व सैनिक देश को विकासशील भारत के लक्ष्य की ओर ले जा रहे हैं। जीओसी ने पूर्व सैनिकों और वीर नारियों के लिए मुख्यालय झारखंड और बिहार सब एरिया द्वारा किए गए विभिन्न कल्याणकारी कार्यक्रमों के बारे में बताया, जिसमें उनके स्वास्थ्य देखभाल के लिए बेहतर सुविधाए, "शौर्य संवाद" पहल के तहत पूर्व सैनिक परिवार के साथ जुड़े रहने की प्रतिबद्धता शामिल है, जिसके तहत हर तीन माह में पूर्व सैनिकों के साथ वार्तालाप कर उनकी समस्याओं का समाधान जैसे कई उपाय किए गए हैं। उन्होंने आगे कहा कि मार्च 2025 के अंत तक, मुख्यालय झारखंड और बिहार सब एरिया में वीएसके प्लस (+) (वीरांगना और वेटरन्स सेवा केंद्र) की स्थापना की जाएगी, जो पूर्व सैनिकों की सभी प्रकार की शिकायतों को दूर करने के लिए एक सिंगल विंडो कॉन्सेप्ट है।
माननीय राज्यपाल ने पुनर्निर्मित ईसीएचएस पॉलीक्लिनिक दानापुर का भी उद्घाटन किया, जो सभी पूर्व सैनिकों एवं उनके आश्रितों के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ावा देगा।
मेजर जनरल विकास भारद्वाज, विशिष्ट सेवा मेडल, जनरल ऑफिसर कमांडिंग, झारखंड और विहार सब एरिया ने यह भी बताया कि आज सैनिक बंधु बैठकों के साथ-साथ बिहार पुलिस के तहत एक समर्पित रक्षा हेल्पलाइन का संचालन किया जाएगा, जो अर्धमासिक आधार पर आयोजित की जाएगी। बिहार पुलिस का हमारे सेवारत सैनिकों, पूर्व सैनिकों और उनके आश्रितों की सुरक्षा के लिए यह एक बड़ा कदम हैं। जीओसी ने इस सार्थक पहल के लिए बिहार के डीजीपी की सराहना की और उन्हें धन्यवाद दिया।
माननीय राज्यपाल ने राजभवन में छह ड्राइवरों की नियुक्ति करके पूर्व सैनिक कल्याण की भी शुरुआत की, जो पूर्व सैनिक समुदाय के लिए गर्व की बात है। कार्यक्रम का समापन बिहार रेजिमेंट सेंटर के मिलिट्री म्यूजिक बैंड द्वारा राष्ट्रगान की धुन के साथ हुआ।
दानापुर से रजत राज की रिपोर्ट