बिहार के एक और मंत्री का विवादित बयान- हर चुनाव से पहले BJP करवाती है आर्मी पर हमला

बिहार की नीतीश सरकार के मंत्रियों के विवादित बोल लगातार जारी हैं. शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर द्वारा रामचरितमानस पर दिया गया विवादित बयान का मामला अभी ठंडाया भी नहीं था कि नीतीश कैबिनेट में मंत्री सुरेंद्र यादव ने बीजेपी को लेकर एक बयान दे दिया है. सुरेंद्र यादव ने मंगलवार को पटना में कहा कि हर चुनाव से पहले बीजेपी आर्मी पर हमला करवाती है. मं

बिहार के एक और मंत्री का विवादित बयान- हर चुनाव से पहले BJP करवाती है आर्मी पर हमला

NBC24 DESK - बिहार की नीतीश सरकार के मंत्रियों के विवादित  बोल लगातार जारी हैं. शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर द्वारा रामचरितमानस पर दिया गया विवादित  बयान का मामला अभी ठंडाया भी नहीं था कि नीतीश कैबिनेट में मंत्री सुरेंद्र यादव ने बीजेपी को लेकर एक बयान दे दिया है. सुरेंद्र यादव ने मंगलवार को पटना में कहा कि हर चुनाव से पहले बीजेपी आर्मी पर हमला करवाती है. मंत्री यादव यहीं नहीं रूके. उन्होंने यहां तक कह दिया कि इस बार भी ऐसा हो सकता है.राजद कोटे से बिहार के सहकारिता मंत्री सुरेंद्र यादव ने बीजेपी पर बड़ा हमला करते हुए कहा कि 2024 में बीजेपी का सूपड़ा साफ हो जाएगा और मैं उनकी चुनौती को पूरी तरह से स्वीकार करता हूं. सुरेंद्र यादव ने यह भी कहा कि जब चुनाव आता है तो बीजेपी को बड़ा खेला करती है और हो सकता है इस बार भी वो सेना पर हमला करवा सकती है या किसी देश पर भी हमला करवा सकती है.

जनता दरबार से निकलने के बाद सहकारिता मंत्री सुरेंद्र यादव ने बयान देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री ने जमीनी विवाद की समस्या के लिए अंचलाधिकारी और थानेदार लोगों की कमेटी बना दी है और कमेटी गठन के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो रहा है.इसको लेकर मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री से हम बात करेंगे कि इस पर जिला में कुछ और विस्तार से किया जाए ताकि जिला में ही इस मामले को सुलझा लिया जाए और लोगों को पटना तक आने की जरूरत ना पड़े. मंत्री ने बताया कि ज्यादातर मामले जमीन से जुड़े हुए हैं. नौकरी मांगने भी बहुत लोग आते हैं. मंत्री ने कहा बिहार में घूसखोरी अब बंद हो गई है. ईमानदारी से सभी को नौकरी भी मिलेगी. सहकारिता विभाग की बैठक से दूरी पर मंत्री ने कहा जरूरी नहीं कि हमेशा मंत्री को बुलाया जाए. अधिकारियों को बुलाकर भी समय-समय पर राय मशवरा सीएम लेते रहते हैं. अगर अधिकारी को बुलाकर कोई जानकारी लेना चाहते हैं तो जरूरी है कि हमेशा मंत्री को भी बुलाया जाए.