दिल्ली दौरा पर निकले सीएम नीतीश, बीजेपी के आलाकमान से करेंगे उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा

एनडीए में सीट शेयरिंग के तहत जेडीयू को काराकाट और गया सीट छोड़नी पड़ी है, जबकि बीजेपी की सीटिंग सीट शिवहर जेडीयू को मिली है। यानी 2019 के मुकाबले जदयू को एक सीट का नुकसान हुआ है।भाजपा को 2019 में जितनी सीट मिली थी, उतनी ही सीट मिली है। उधर, चिराग पासवान की एलजेपीआर को एक सीट का नुकसान हुआ है।

दिल्ली दौरा पर निकले सीएम नीतीश, बीजेपी के आलाकमान से करेंगे उम्मीदवारों के नाम पर चर्चा

PATNA: बिहार एनडीए में सीट बंटवारे की घोषणा हो चुकी हैं। राज्य के 40 लोकसभा सीटों से में 17 पर बीजेपी, 16 पर जेडीयू, 5 पर चिराग पासवान की एलजेपी(आर) और एक-एक सीट पर जीतनराम मांझी की हम और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी आरएलएम लड़ेगी। सीट शेयरिंग पर फैसले के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी 18 मार्च की शाम दिल्ली गए हैं। इसे लेकर कहा जा रहा हैं कि, सीएम आज दिल्ली में एनडीए नेताओं से मिलकर कैंडिडेट के नाम पर चर्चा करेंगे।

बता दें, 2019 में एलजेपी को नवादा सीट भी मिली थी लेकिन इस बार नवादा सीट बीजेपी को दे दी गई है। इसके अलावा उपेंद्र कुशवाहा और हम 2019 में गठबंधन में नहीं थे। लेकिन, इस बार ये लोग भी एनडीए में आए हैं तो उन्हें एक-एक सीट दी गई है। ऐसे में कैंडिडेट का नाम तय करने को लेकर बातचीत करना काफी अहम हो जाता है। हालांकि, जदयू के तरफ से कई पुराने उम्मीदवारों को दुबारा चुनावी मैदान में उतरने की संभावना हैं. लेकिन, भाजपा इस बार कई नए उम्मीदवारों को उतारने वाली हैं. ऐसे में सभी सहयोगी दलों की सहमति से उन सीटों पर चर्चा की जाएगी। 

वही, इस बार एनडीए में सीट शेयरिंग के तहत जेडीयू को काराकाट और गया सीट छोड़नी पड़ी है, जबकि बीजेपी की सीटिंग सीट शिवहर जेडीयू को मिली है। यानी 2019 के मुकाबले जदयू को एक सीट का नुकसान हुआ है।भाजपा को 2019 में जितनी सीट मिली थी, उतनी ही सीट मिली है। उधर, चिराग पासवान की एलजेपीआर को एक सीट का नुकसान हुआ है। ऐसे में अब कैंडिडेट का नाम तय करने को लेकर एनडीए के अंदर तीन पार्टी काफी अहम हो जाती है क्योंकि बाकी के दो पार्टी को एक -एक सीट मिली है और इनके कैंडिडेट का नाम तय हो भी गया है। 

मालूम हो, इन तमाम मुद्दों के बीच मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का दिल्ली दौरा बेहद महत्वपूर्ण है। सीएम दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के बड़े नेताओं से मिलकर कैंडिडेट के नाम पर राय करेंगे। इसके बाद मुख्यमंत्री 20 मार्च को पटना लौटेंगे पटना। वहीं, जदयू से मिली जानकारी के मुताबिक़ सीएम अपनी आंखों का भी इलाज कराएंगे।