पटना IGIMS में विश्व दुर्लभ बीमारी दिवस पर जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन

शुक्रवार 28.02.2025 को आइ०जी०आई०एम०एस०, पटना में "विश्व दुर्लभ बिमारी दिवस" के अवसर पर संस्थान के चिकित्सकों द्वारा जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

पटना IGIMS में विश्व दुर्लभ बीमारी दिवस पर जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन

PATNA: शुक्रवार 28.02.2025 को आइ०जी०आई०एम०एस०, पटना में "विश्व दुर्लभ बिमारी दिवस" के अवसर पर संस्थान के चिकित्सकों द्वारा जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।

डॉक्टर मनीष मंडल, चिकित्सा अधीक्षक ने बताया कि विश्व दुर्लभ बीमारी दिवस हर साल फरवरी के आखिरी दिन मनाया जाता है, यानी 29 फरवरी (लीप ईयर में) या 28 फरवरी (सामान्य वर्षों में)। इस दिवस का उद्देश्य दुर्लभ बीमारियों के प्रति जागरूकता बढ़ाना है और उन रोगियों को समर्थन देना है जो इन बीमारियों से पीड़ित होते हैं। साथ ही, यह दिन शोध, नीतिगत सुधार, और बेहतर उपचार सुविधाओं को बढ़ावा देने के लिए भी मनाया जाता है। डॉ० मंडल ने बताया कि दुर्लभ बीमारियाँ वे होती हैं जो बहुत कम लोगों को प्रभावित करती हैं। इनमें थैलेसीमिया, हेमोफिलिया, डचेन मस्कुलर डिस्ट्रॉफी, स्पाइनल मस्कुलर एट्रोफी, गौचर डिजीज, फैब्री डिजीज जैसी कई बीमारियाँ शामिल हैं। इन सभी बिमारियों के प्रति लोगों में जागरूकता बढ़ाने के लिए वॉकथॉन, सेमिनार, सोशल मीडिया कैंपेन आदि का आयोजन किया जाना चाहिए।

डॉ० ओम कुमार, संस्थान के डीन (एकेडमिक) ने बताया कि हमारे देश में दुलर्भ बिमारियों से करोड़ो लोग ग्रसित है।

कार्यक्रम के आयोजक सचिव डॉ० आनन्द गुप्ता ने बताया कि हर साल 28 फरवरी को इस दिवस का आयोजन दुर्लभ बिमारियों के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए किया जाता है। संस्थान के सैकड़ो चिकित्सक एवं चिकत्सा कर्मी ने पैदल मार्च निकालकर दुर्लभ बिमारियों के बचाव हेतु जागरूक किया।

इस अवसर पर डॉ० बिन्दे कुमार, डॉ० ओम कुमार, डॉ० मनीष मंडल, डॉ० नीरू गोयल, डॉ० नरेश कुमार, डॉ० मनीष कुमार, डॉ० प्रीतपाल सिंह, डॉ० ज्योति दिनकर, डॉ० सुनील कुमार समेत सैकड़ो चिकित्सक एवं चिकित्सा कर्मी मौजूद थे।