नंदू पासवान के समर्थन में उतरे अमर आजाद, कहा - साजिश के तहत उन्हें और उनके परिवार को फंसाया गया
पटना उच्च न्यायालय के अधिवक्ता अमर आजाद ने बताया कि जिस तरह से नवादा पुलिस ने केस दर्ज किया है, उसे बहुत ही गंभीरता से पढ़ने की जरूरत है।
NAWADA: पटना उच्च न्यायालय के अधिवक्ता अमर आजाद ने बताया कि जिस तरह से नवादा पुलिस ने केस दर्ज किया है, उसे बहुत ही गंभीरता से पढ़ने की जरूरत है। पासवान ने बताया कि जिस प्रकार से नंदू पासवान के साथ पूरे परिवार पर केस दर्ज कर घर में तोड़फोड़ तथा मारपीट कर निर्दोष छात्रों को लेकर गई है पुलिस, वो कहीं से उचित नहीं है। प्रथम दृष्ट्या यह प्रतीत होते हैं कि जो नाम केस में डाला गया है, उसमें दो लोगो को ऐसे नाम डाला गया है जो अपने ड्यूटी में उपस्थित हैं। दूसरी बात यह कि नंदू पासवान के पूरे परिवार यह कह रहे हैं किअगर हम गलत पाए जाते हैं, तो कड़ी कार्रवाई करे पुलिस। लेकिन इस तरीके से पुलिस ने हाउस अरेस्ट किया है, हमारी आजादी पर रोक लगाई है जो मेरे जनजीवन को काफी प्रभावित कर रहा है।
आजाद ने बताया कि इस मामले को हम लोग उच्च न्यायालय तक लेके जाएंगे और इसकी जानकारी मानवाधिकार आयोग एवं एससी/एसटी कमीशन को भी संज्ञान में देंगे। ताकि जो दलितों के बीच लड़ाने की कोशिश कर रहे हैं, उन्हें भी पता चलना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि इस मामले में दोषी कोई भी बचना नहीं चाहिए और निर्दोश कोई फसे नहीं, इसकी भी ध्यान जिला प्रशासन को रखना चाहिए। नंदू पासवान के बहु ने बताया कि एक अनजान आदमी जो पिछले कई महीनों से यह षड्यंत्र रच रहा था उसका नाम गौतम सिंह है। जो मुख्य रुप से इस मामले में इंभोल्व है जिसकी पूरी जांच हो क्योंकि वो आदमी मुंगेर का रहने वाला है।
मौके पर सुधीर रजक, द ग्रेट भीम के राष्ट्रीय संयोजक अमर आजाद, इसवा के प्रदेश अध्यक्ष सुधीर रजक, शेखपुरा से सनोज पासवान जिलाध्यक्ष पासवान एकता, परमवीर पासवान, मंदीप कुमार अजय कुमार, सुनील कुमार, प्रमोद पासवान, अमरजीत, सुनील पासवान, भोला सम्राट,धर्मदेव पासवान समाजिक कार्यकर्ता, बरूण पासवान, मकदुआने कुमार आदि ने अपने विचार रखे।
नवादा से सुनील कुमार की रिपोर्ट