श्री गुरु गोविंद सिंह सदर अस्पताल में 8 महीनों से अधीक्षक नहीं, समिति के सदस्यों और विपक्षी कार्यकर्ताओं का आक्रोश प्रदर्शन
श्री गुरु गोविंद सिंह सदर अस्पताल में पिछले 8 महीनों से अधीक्षक नहीं होने के कारण अस्पताल की स्थिति दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है।
PATNA CITY: श्री गुरु गोविंद सिंह सदर अस्पताल में पिछले 8 महीनों से अधीक्षक नहीं होने के कारण अस्पताल की स्थिति दिन-ब-दिन खराब होती जा रही है। इस गंभीर मुद्दे को लेकर आज श्री गोविंद सिंह सुधार समिति के सदस्यों और विपक्षी कार्यकर्ताओं ने मिलकर आक्रोश प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान सभी ने सरकार और स्वास्थ्य विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा कि अस्पताल में अधीक्षक की नियुक्ति न होने से स्वास्थ्य सेवाएं बाधित हो रही हैं, जिससे मरीजों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
श्री गोविंद सिंह सुधार समिति के सदस्यों ने बताया कि जब बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री सह स्वास्थ्य मंत्री तेजस्वी यादव गठबंधन सरकार में थे, तब मिशन 60 के तहत इस अस्पताल का कायाकल्प किया गया था। तेजस्वी यादव ने अस्पताल की व्यवस्था को सुधारने के लिए कई ठोस कदम उठाए थे। उस दौरान अस्पताल में बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई गईं, लेकिन पिछले 8 महीनों से अधीक्षक की कमी के कारण अस्पताल की स्थिति फिर से बुरी तरह बिगड़ चुकी है।
राजद कार्यकर्ता बलराम चौधरी ने आरोप लगाया कि स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे खुद अपने स्वास्थ्य को लेकर गंभीर नहीं हैं, तो वे राज्य के अस्पतालों की स्थिति को कैसे सुधार सकते हैं? बलराम चौधरी ने सरकार से मांग की कि गुरु गोविंद सिंह सदर अस्पताल में अधीक्षक की नियुक्ति जल्द से जल्द की जाए, ताकि मरीजों को उचित इलाज और स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें और अस्पताल की स्थिति में सुधार हो सके।
प्रदर्शन के अंत में श्री गोविंद सिंह सुधार समिति के सदस्यों ने अधिकारियों को ज्ञापन सौंपा, जिसमें उन्होंने मांग की कि अस्पताल की समस्याओं को प्राथमिकता दी जाए और जल्द से जल्द इसका समाधान किया जाए, ताकि अस्पताल का संचालन बेहतर तरीके से हो सके और मरीजों को राहत मिल सके।
पटना सिटी से अनिल कुमार की रिपोर्ट